रायपुर छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने आज दोपहर नारायणपुर में बच्चों के अधिकार और संरक्षण विषय पर जिलास्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक में श्रीमती दुबे ने नारायणपुर में बाल हित में हो रहे कार्यों की जानकारी भी ली. बैठक में उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी और तस्करी को रोकने समन्वित प्रयास आवश्यक हैं.
उन्होंने सभी शालाओं में सी सी टी वी कैमरा लगाने और स्कूल बसों में अनिवार्य रूप से फर्स्ट ऐड बॉक्स रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं और बच्चों को नशे की चीजों से दूर रखने और उन्हें नशे से मुक्त रखने के लिए कारगर कदम उठाना होगा. जो लोग बच्चों को नशे की सामग्री बेच रहे हैं. उन पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश भी श्रीमती दुबे ने दिए. उन्होंने कहा की वाल रायटिंग के माध्यम से बाल संरक्षण और बाल अधिकारों से जुदर कानूनों का प्रचार प्रसार करें ताकि आम जनता जागरूक हो सके. बैठक में आयोग के सदस्य अरविन्द जैन ,जिला कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक चौबे,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी मौजूद थे.
समीक्षा बैठक के बाद श्रीमती दुबे ने ग्राम बिंजलि में अपनी बाल चौपाल लगायी जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे और ग्रामीण शामिल हुए.उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज में जागृति आती है और जागृत समाज में ही अपराध मुक्त वातावरण निर्मित हो सकता है .हमें बच्चों को शोषण , बाल श्रम ,अपराध और भिक्षावृत्ति से बचाना है इसलिए हर बच्चे को शिक्षित होना ज़रूरी है.उन्होंने बाल चौपाल में बाल अधिकारों और उनकी रक्षा में आयोग की भूमिका और काम-काज के बारे में भी लोगों को बताया. बाल चौपाल में अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) दिनेश नाग सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित थे.