अम्बिकापुर..आचार संहिता लगने के पहले तक जो पुतले दहन करता था. अधिसूचना जारी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने जिसकी होर्डिग खुद उतरवाई हो. उस नेता को अगर निर्वाचन आयोग के कर्मचारियो ने जानबूझकर अपनी टीम मे रख लिया हो . तो फिर निर्वाचन के किसी काम मे गोपनियता की उम्मीद किया जाना बेइमानी ही होगी. मामला सरगुजा जिले का है. जहां निर्वाचन आयोग के जिम्मेदार पदाधिकारियों ने एक नेता को कैमरा मैन बना लिया है. जो निर्वाचन आयोग की टीम के साथ राजनैतिक दल के लोगों के यहां छापा मारने पहुंचता है. लेकिन ठोस जानकारी के बाद भी वहां कुछ नहीं मिलता है.
2018 विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग जितना ही सख्त है. अधिकारी उतने ही मस्त नज़र आ रहें हैं. मामला निर्वाचन आयोग के निर्देशो के पालन मे बडी लापरवाही का है. दरअसल जिले मे अन्य तहसील इलाके की तरह मैनपाट तहसील मे भी निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर ) ने निर्वाचन आयोग के नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए मैनपाट नायब तहसीलदार के साथ आरआई और पटवारी की एक निगरानी टीम बनाई है. जो अपने इलाके मे राजनैतिक दल की चुनाव सामग्री और वोटरों को लुभाने वाली सामग्री ना बटने देने पर नजर रखेगी. लेकिन टीम मे किसी राजनैतिक दल के पदाधिकारी को बतौर सदस्य जगह देना कितना उचित है. इस सवाल का जवाब तो निर्वाचन आयोग बेहतर दे सकेगा.
बता दे की भाजपा के मैनपाट मंडल अध्यक्ष सरजू यादव के मुताबिक एक स्थानीय कांग्रेसी नेता के घरपर मतदाताओं को बॉटने भारी मात्रा में साड़ी ,कम्बल जैसी सामग्रियां डम्प की गई थी..और निर्वाचन अधिकारियों से मामले की शिकायत भी की गई थी..और आयोग का मैदानी अमला नायब तहसीलदार राधेश्याम वर्मा के नेतृत्व में भाजपा नेता की शिकायत पर उक्त कांग्रेसी नेता के घर पर छापेमारी की कार्यवाही करने पहुँचा था..लेकिन उन्हें मौके पर से कुछ भी नही मिला..खुद नायब तहसीलदार ने इस बात की पुष्टि की है..
कौन है वो नेता जो बन गया कैमरामैन
जानकरी के मुताबिक मैनपाट का स्थानीय निवासी अनुराग सोनी यूथ इंटक का पदाधिकारी रहा है. और अधिसूचना जारी होने के पहले तक वो कई पुतला दहन और राजनैतिक अपराधो मे संलिप्त रहा है. इतना ही नही यूथ इंटक मे रहते हुए वो कई मर्तबा राजनैतिक कार्यक्रमो के दौरान उसी नायब तहसीलदार का अपना ग्यापन सौंपा है. जिसने अपनी निर्वाचन निगरानी टीम मे उसे अपने साथ रखा है. पर हो सकता है साहब को उसका चेहरा और राजनैतिक पद और कद भूल याद ना.. इसी बीच नायब तहसीलदार राधेश्याम वर्मा का कहना है..की उन्हें इस सम्बंध में जानकारी होने के बाद उन्होंने अनुराग सोनी के साथ ही कैमरामैन प्रवेश यादव को भी हटा दिया है..हालांकि साहब का कहना है की.. अनुराग सोनी ने पूर्व में राजनैतिक पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है..