जशपुर ड्रीम 30 का औपचारिक शुभारंभ 1 जून 2016 को केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय के हाथों हुआ था। ड्रीम 30 का संचालन जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प कोचिंग संस्थान में किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में जिले को नई पहचान दिलाने और गुणवत्तायुक्त शिक्षण के लिए कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला के निर्देशन में जिला खनिज न्यास संस्थान निधि से “ड्रीम 30“ की शुरूआत की गई है। साथ ही जिले के सभी स्कूलों में कक्षा दसवीं और बारहवीं के गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए यशस्वी जशपुर की शुरूआत की गई। ड्रीम 30 के माध्यम से कक्षा दसवीं में 30 बच्चों को प्रवेश दिया जा गया। चयनित 30 विद्यार्थियों में से दो पहाड़ी कोरवा और एक छात्रा बिरहोर को भी प्रवेश दिया गया। जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प कोंचिग संस्थान में उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की गई। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा के मेरिट में स्थान बनाने के लिए उन्हें उत्कृष्ट शिक्षकों के द्वारा अध्यापन कराया गया। इन बच्चों को स्मार्ट क्लास में प्रोजेक्टर, इंटरनेट जैसी नई तकनीक से भी अध्यापन कार्य कराया गया है..
जशपुर जिला राज्य में अव्वल रहा है। इस वर्ष कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम 89.3 प्रतिशत रहा। गत वर्ष की तुलना में प्रथम श्रेणी से पास होने वाले विद्यार्थियों की संख्या में लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही जिले के कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 69.88 प्रतिशत बढ़कर 89.3 प्रतिशत हो गई है। प्रदेश में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के स्थान में जिला प्रथम स्थान पर है, जबकि पिछले वर्ष चैथे स्थान पर था। जिले में कुल 10 हजार 279 बच्चे परीक्षा में उत्तीर्ण हुए, जिसमें से 5063 बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। बालिकाओं का परीक्षा परीणाम 90.55 और बालकों को परीक्षा परिणाम 87.38 प्रतिशत रहा है। उल्लेखनिय है कि लगभग 50 प्रतिशत बच्चे प्रथम श्रेणी से पास हुए है। 12 वीं में कुल 7 हजार 9763 उत्र्तीण हुए है से 2936 बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। बालिकाओं का परीक्षा परीणाम 94.22 और बालकों को परीक्षा परिणाम 92.22 प्रतिशत रहा है।
कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला ने दसवीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर ड्रीम 30 के बच्चों सहित जिले के बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बुधवार को बच्चों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ बच्चों के परिणाम को पुर्नमूल्यांकन के लिए भी भेजा जाएगा। इससे हमारे कुछ और बच्चे मेरिट लिस्ट में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद संकल्प प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग करती हूं, इसमें बच्चों का नियमित टेस्ट होता है। होनहार बच्चों के लिए जिला प्रशासन की ओर ये पूरी सुविधा निशुल्क है। सीईओ जिला पंचायत कुलदीप शर्मा ने भी मेरिट में स्थान बनाने वाले छात्रों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।