चमचमाती स्कार्पियो से नीचे भी झांकिए सीईओ साहब…दिव्यांग भी आते है जनपद…

बलरामपुर…(कृष्णमोहन कुमार ) प्रशासनिक उदासीनता और प्रशासनिक कार्य क्षमता की कई खबरे अबतक आप लोगो ने पढ़ी होंगी..पर आज एक ऐसा नमूना जो हम आपके सामने पेश कर रहे है..जिसे पढ़ने के बाद आप कह सकते है की यह इच्छा शक्ति की कमी की ऊपज है..
दरसल बलरामपुर जनपद पंचायत का वह पहुँच मार्ग जो बरसात के आते ही कठिन डगर साबित हो जाता है..जिसमे गाड़िया तो दूर पैदल चलने में भी रिस्क होता है..उसे अधिकारी नजर अंदाज कर जाते है..और यह सब कलेक्टर के बंगले के ठीक सामने होता है..जिसे हर रोज कलेक्टर साहब अपने प्रशासनिक चश्मे से देखते है..इतना ही नही सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारी तो यह सब झेलते भी है पर अब क्या करे की सरकारी फंड में इतना पैसा नही की पहुँच विहीन गाँव तो छोड़िये जनाब साहब अपने ऑफिस तक के रास्ते को भी नही बनवा पा रहे है..लिहाजा इस पहुँच मार्ग पर आए दिन किसी दुर्घटना की आशंका बनी हुई रहती है ..और शायद प्रशासन को भी किसी अनहोनी का इंतजार हो..
वही इन सब से परे किसी मंत्री के काफिले के आने से परे वैकल्पिक व्यवस्था कर प्रशासन इन गढ्ढो पर मुरम डलवा अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेता है..बावजूद इन सबके उक्त पहुँच मार्ग को ठीक करने कोई ठोस प्रयास अबतक नही किये गए..जिसे बजट का अभाव कहे या फिर स्वयं का प्रभाव समझ से परे है..