मनेन्द्रगढ़ (कोरिया)
मनेन्द्रगढ़ खेलने कूदने की उमर में अगर बच्चे मानसिक विकृति का शिकार हो जाये तो निश्चित तौर पर यह समाज के लिये चिंता का विषय है। उस स्थिति में यह सोचने वाली बात होगी कि आखिर हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है। अगर बच्चों में खेल खेल में ही ऐसी विकृति देखने को मिले तो उस हालात में दोषी कौन है यह अपने आप में सवालिया निशान है।
कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ के लोको कॉलोनी ईलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसे सुनकर लोगों को सहसा यकीन ही नही हो रहा था लेकिन जब 6 साल के पीड़ित ने रोते रोते अपने साथ हुये अनाचार की बात अपने परिजनों को बताई तो सभी सकते में आ गये। पीड़ित के मुताबिक उसके परिजन मजदूरी करने के लिये घर से बाहर गये हुये थे तभी पास में रहने वाला एक 12 साल का लड़का उसे एक खंडहरनुमा मकान में ले गया और वहां उसके साथ गलत काम किया। बच्चें द्वारा इस बात की जानकारी दिये जाने के बाद परिजन उसे थाना लेकर पहुंचे जहां रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद उसकी हालत बिगड़ती देख उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है।
इस मामले में जब हमने सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा ने चर्चा की तो उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओ से हमारा समाज किस दिशा की ओर जा रहा है यह सोचना होगा उन्होंने कहा की समय रहते इस विषय पर चिंतन नहीं किया गया तो इसके और गंभीर परिणाम होंगे।