रांची। ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस का आरोप है कि रघुबर दास एक संवैधानिक पद पर होते हुए भी झारखंड के चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं। आरोप है कि रघुवर दास जमशेदपुर पूर्व से बीजेपी उम्मीदवार और अपनी बहू पूर्णिमा दास का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। जमशेदपुर पूर्व से कांग्रेस उम्मीदवार डॉक्टर अजॉय कुमार ने चुनाव आयोग को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
चुनाव आयोग से राज्यपाल पर कार्रवाई की मांग
जमशेदपुर पूर्व से कांग्रेस उम्मीदवार ने चुनाव आयोग से राज्यपाल पर लगाम लगाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। अजॉय कुमार ने आयोग को बताया कि उन्होंने पहले चुनाव आयोग के ध्यान में लाया था कि रघुवर दास जमशेदपुर पूर्व में चुनाव बूथ समिति की बैठकों में भाग ले रहे हैं और उन्हें जनता के बीच विभिन्न चुनाव सामग्री वितरित करते हुए भी पाया गया था। कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि चुनाव प्रचार में राज्यपाल की भागीदारी एक बड़ी चिंता का विषय है।
पैसे बांटने का भी लगा आरोप
चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र पर जमशेदपुर पूर्व से कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. अजय कुमार ने कहा कि ओडिशा के राज्यपाल बूथों पर पैसे बांट रहे हैं। ओडिशा में 10 लाख लोगों को अपने घर खाली करने पड़े हैं, वहां ऐसी हालत है, लेकिन रघुवर दास अपनी बहू के चुनाव के लिए पैसे बांटने में व्यस्त हैं। अगर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और फिर चुनाव लड़ना चाहिए।
2019 में हार गए थे चुनाव
इससे पहले रघुवार दास जमशेदपुर-पूर्व विधानसभा से 2019 में मुख्यमंत्री रहते हुए भी चुनाव हार गए थे। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने हराया था। हालांकि उन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में 70,000 से अधिक वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। दास 1995 से इस सीट से चुनाव जीतते रहे हैं। वह इस सीट से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं।