बलरामपुर के सबाग का नाशपाती उद्द्यान

बलरामपुर

सुदूर वनांचल एवं धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र एवं हिण्डालकों के द्वारा उत्पादित बाक्साइट क्षेत्र के नाम से जाना जाता है सबाग। इसके अलावा यह क्षेत्र पठारी एवं पाठ का क्षेत्र होने  के कारण फलदार एवं गुणकारी नाषपाती के लिए अधिक अनुकूल है। जिले का विकासखण्ड कुसमी के सुदूर वनांचल एवं झारखण्ड सीमा से लगे क्षेत्र पाठ की पावनभूमि एवं धरा प्राकृति के आगोश में बाक्साइट जैसे बहुमूल्य खनिज सम्पदा लिए हुए है, वहीं ऊपरी भाग के मिट्टी में आलू, जटंगी एवं अनेक प्रकार के फसलों के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा फलदार पौधों जिसमें नाषपाती के लिए भी यह भूमि बहुत उपयुक्त और अनुकूल है। इसका जीता-जागता उदाहरण कुसमी से सबाग जाने वाले मार्ग पर स्थित नाषपाती का उद्यान है।