भोपाल. यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया गया। इसमें मध्य प्रदेश के युवाओं ने बाजी मार ली है। इशिता किशोर ने टॉप किया हैं। गरिमा लोहिया और उमा हरीथी एन ने दूसरा ने और तीसरा स्थान हासिल किया है। इस रिजल्ट में 933 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ हैं। इसमें 613 पुरुष और 320 महिला कैंडिडेट्स हैं। सभी के घरों में इस वक्त जश्र का माहौल हैं। इसी बीच मध्यप्रदेश से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं। दावा किया जा रहा हैं कि, एक ही रोल नंबर पर दो लड़कियों ने परीक्षा दी, इंटरव्यू दिया और अब दोनों को 184वीं रैंक आई है। अब दोनों का दावा हैं कि, मेरा सिलेक्शन हुआ हैं। हालांकि, इसका सिलेक्शन हुआ हैं। ये तो जांच-पड़ताल के बाद ही पता चलेगा।
दरअसल, यूपीएससी का रिजल्ट आने के बाद आयशा नाम की लड़की ने 184वीं रैंक हासिल की। लेकिन, आयशा नाम की दो लड़कियों को 184वीं रैंक मिली हैं। इसमें एक लड़की देवास की हैं। जिसका पूरा नाम आयशा फातिमा पिता नजीरुद्दीन हैं। जबकि, दूसरी लड़की आलीराजपुर जिले की आयशा मकरानी पिता सलीमुद्दीन हैं। दोनों को 184वीं रैंक मिली है। दोनों का रोल नंबर एक होने से गलतफहमी बनी हैं।
दोनों ही लड़कियों का एडमिट कार्ड में एक ही रोल नंबर 7811744 हैं। अब सवाल ये उठ रहे हैं कि, दोनों को एक ही रोल नंबर कैसे हो सकता हैं। इसमें बड़ी गड़बड़ी हुई हैं। दोनों लड़कियों ने एग्जाम भी दिया है और इंटरव्यू भी। हालांकि, एक लड़की के एडमिट कार्ड में कुछ गलतियां निकली हैं।
एडमिट कार्ड में गलतियां
आयशा मकरानी के एडमिट कार्ड में पर्सनालिटी टेस्ट की डेट 25 अप्रैल लिखी थी और दिन गुरुवार बताया गया था। जबकि आयशा फातिमा के कार्ड पर भी पर्सनालिटी टेस्ट की तारीख 25 अप्रैल थी लेकिन, दिन मंगलवार था। लेकिन, हकीकत में 25 अप्रैल को मंगलवार का दिन ही था। इसके अलावा आयशा मकरानी ने यूपीएससी की तरफ से आया मेल भी दिखाया। मेल में लिखा था कि, आपका नाम एक जैसे नाम होने के कारण बदल दिया गया हैं। तीन उम्मीदवारों के नाम में समानता होने की वजह से दो उम्मीदवारों के नाम बदल दिए गए हैं। पूरा नाम नहीं बदला हैं। आपका नाम आयशा फातिमा (आयशा मकरानी) में बदल दिया गया हैं।
देवास वाली आयशा का एडमिट कार्ड पर यूपीएससी व भी हैं। जबकि आलीराजपुर वाली आयशा का एडमिट कागज पर प्रिंट आउट जैसा लग रहा हैं।