रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में दर्दनाक हादसा हुआ है। ज़िले के खरसिया के पास चपले और सेंद्रीपाली के बीच एक बिजली का टावर गिर गया। इस टावर पर लाइन मॉडिफिकेशन का काम किया जा रहा था। हादसे के वक्त करीब 15 मजदूर इसके ऊपर, नीचे और आसपास थे। टावर गिरने से ऊपर चढ़े 4 मजदूरों की गिरने से मौत हो गई और बाकी घायल हो गए।
बता दें कि इस इलाके में नए बिजली टावर लगाने और हाईटेंशन तार के मॉडिफिकेशन का काम चल रहा है। शारदा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने यहां इस काम का ठेका ले रखा है। दोपहर करीब 3 बजे यहां लाइन खींची जा रही थी। एक टावर से दूसरे टावर पर लाइन खींचने का काम चल रहा था। कंपनी के 4 मजदूर जिसमें खरसिया के गोविंद भुईया, युगल भुईया, सुरेश रविदास और झारखंड हजारीबाग का ईश्वर तुरी एक टावर में सबसे ऊपर थे। उनके नीचे सत्यप्रकाश राठौर और गोविंद पंडित थे। नीचे और करीब 10 मजदूर और थे।
इस टावर से तार दूसरे टावर तक खींचा जा रहा था। इसी समय टावर से कनेक्ट भारी तार अचानक झूलकर नीचे गिरा। उसके भार से टावर भी घूमा और नीचे गिर गया। टावर के बड़े-बड़े लोहे के गार्डर के नीचे मजदूर दब गए। ऊपर से नीचे गिरे गोविंद, युगल, सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई। ईश्वर, सत्यप्रकाश, गोविंद और दूसरे करीब 10-12 मजदूरों को रायगढ़ अस्पताल पहुंचाया गया। वहां ईश्वर ने भी दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बाकी घायलों की स्थिति फिलहाल स्थिर है।
इस दुर्घटना के बाद बिजली ट्रांसमिशन का काम देखने वाली कंपनी पावर ग्रिड ने एक बयान जारी कर कहा कि जिस टावर पर दुर्घटना हुई है। वह हमारा नहीं है। वह टावर किसी निजी इंडस्ट्री के लिए लगाया जा रहा था। इस पूरे मामले में रायगढ़-खरसिया के बड़े पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने जांच शुरू कर दी है और मौके पर मौजूद मजदूरों के बयान लिए हैं। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद संबंधित ठेकेदार, एजेंसी के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाएगा।