अम्बिकापुर
- महिलाओ ने उठाया नशा मुक्त गांव बनाने की बीडा
- शराब बनाने वाले के खिलाफ 5 हजार का जुर्माना
- नशे के सामान की शव यात्रा मे शामिल हुआ पूरा गांव
सांसद आदर्श ग्राम पंचायत करम्हा के ग्रामीणो ने गांव की समृद्दि के लिए एक बडा फैसला लिया है| जिसके तहत समूचे गांव को नशा मुक्त करने की प्रतिज्ञा ली गई । जिसके तहत आज गांव की महिलाओ,युवाओ ,बच्चो और बुजुर्गो ने गांव की गलियो मे नशा की शव यात्रा निकाली। और शराब के साथ ही नशे के सामान का सामूहिक रुप से अंतिम संस्कार किया गया।
शुक्रवार को सासंद आदर्श ग्राम पंचायत करम्हा गांव के लोग एक जगह इक्कठा हुए और सभी ने फेसला लिया की आज से करम्हा पंचायत में शराब, बीडी, गांजा,गुठखा,तम्बाखू,गुड़ाखू जैसे नशे का सामान कोई भी नहीं बेचेगा और ना ही कोई बनाएगा| इस वक्त काफी संख्या मे ग्रामवासियो के साथ ही,, हाल ही में निर्विरोध निर्वाचित सभी महिला पंच-सरपंच उपस्थित थे| इधर ग्रामीणो के एकत्र होने के बाद दोपहर तकरीबन 12 बजे सभी रेली बना कर के पूरे गाव के गलियों में भ्रमण किया । भ्रमण के दौरान जिस घर में महुवा शराब बनती है ,, उस घर के लोगो को बुलवाकर ग्रामीणो ने प्रेम से समझाईस दी ।समझाईस के बाद शराब बनाने व बेचने वाले घर के लोग महुवा शराब बनाने वाले ग्रामीणो ने सबके सामने शराब बनाने वाले मिटटी के बर्तन को फोड़ दिया|
गांव वालो के इस प्रयास को देखते हुए गांव मे गांजा बेंचने वाले एक युवक ने गांव के भविष्य के खातिर गांजा ना बेचने की प्रतिज्ञा ली। नशा के खिलाफ छेडी गई इस मुहिम मे महिलाओ की तादात अच्छी खासी देखने को मिली । साथ ही गांव के युवक-युवतियां पूरे जोश के साथ रैली मे शामिल हुए |
सांसद आदर्श ग्राम करम्हा को नशा मुक्त बनाने के लिए निकाली गई शव यात्रा और जाजगरुकता रैली का आयोजन दोपहर 12 से शुरु होकर शाम 6 बजे तक जारी रही। रैली मे ग्रामीणो के साथ ही आबकारी विभाग के लोग, जिला पंचायत के सीईओ श्री एक्का जी, विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी और भाजपा नेता अम्बिकेश केशरी भी,उपस्थित थे|
खास बात ये थी कि इस कार्यक्रम को न ही प्रशासन ने आयोजित करवाया और ना ही किसी समाजसेवी संगठन ने , बल्कि गांव के लोग विशेषकर के महिलाओं ने नशे की इस मुहिम को मू्र्त रुप दिया था। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में इस गांव में सभी पंच सरपंच ना केवल निर्विरोध जीते है बल्कि जीतने वाले सभी जनप्रतिनिधि महिला हैं ।
इस अभियान के तहत सभी पंच अपने अपने वार्ड में कड़ी निगरानी रखेंगी । यदि इसके बाद भी कोई शराब बनाता या बेचता है तो उसके खिलाफ पंचायत द्वारा 5000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। बहरहाल गांव के लोगो ने आज से मिलकर नशे के त्याग की सामूहिक प्रतिज्ञा ली है,, जो जिले के लिए ना केवल एक मिशाल है बल्कि उन गांव के लिए एक सीख भी है,,जंहा शराब की वजह से रोजाना कोई ना कोई घर बर्बाद हो रहा है।