सूरजपुर
सूरजपुर की प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री आस्था यादव ने महिला से बदसलूकी, मारपीट, शासकीय कार्य मे बाधा समेत कई अन्य गंभीर अपराध के मामले मे भाजपा के बडे नेताओ समेत 7 के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है,, गौरतलब है कि 23 दिसंबर 2015 को सोशल आडिट प्रभारी प्रियंका पाण्डेय समेत अन्य लोगो के साथ हुई घटना के बाद ,, सूरजपुर कोतवाली मे आरोपियो के खिलाफ मामला दर्ज नही किया गया था,, जिसके बाद प्रियंका पाण्डेय की ओर अधिवक्ता ए.एन पाण्डेय ने सूरजपुर न्यायालय मे परिवाद दायर किया था । जिस पर 29 जुलाई 2017 को सुनवाई करते हुए प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय मे 7 आऱोपियो के खिलाफ अपराध पंजीबद्द कर आरोपियो को 29 अगस्त 2017 तक न्यायालय मे उपस्थित होने का आदेश जारी कर दिया है,
23 दिसंबर 2015 को सूरजपुर के मानपुर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र मे सोशल आडिट मे लगी युवतियो और पुरुषो से बदसलूकी, मारपीट, गालीगलौच और शासकीय कार्य मे बाधा डालने के मामले मे सूरजपुर की प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री आस्था यादव ने सुनवाई करते हुए सात रसूकदार आरोपियो के खिलाफ धारा 147, 149, 186, 323, 332, 355, 452, 458 के तहत अपराध पंजीबद्द करने का निर्देश दिया है, गौतरतलब है कि इस मामले मे सूरजपुर भाजपा मण्डल अध्यक्ष मुकेश गर्ग, नगरपालिक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत दो पार्षद ,एल्डरमैन और अधिवक्ता ने पूरी सोशल आडिट की टीम को कडकडाती ठंड मे मारपीट और बदसलूकी करते हुए, भवन से बाहर खदेड दिया था,
अधिवक्ता एवं परिवादनी प्रियंका पाण्डेय के पिता के मुताबिक़ सूरजपुर जिला मुख्यालय मानपुर के सामुदायिक भवन मे 23 दिसंबर 2015 को सोशल आडिट प्रभारी प्रियंका पाण्डेय अन्य 70 आडिट कर्मचारियो के साथ सोशल आडिट का काम कर रही थी, कि तभी सूरजपुर भाजपा मण्डल अध्यक्ष मुकेश गर्ग, नगर पालिक अध्यक्ष थलेश्वर साहू, उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, पार्षद राजेश साहू, अख्तर अली, राजेश सोनवानी, राजू देवांगन उस भवन मे पहुंच गए,, इस दौरान इन लोगो ने पहले तो सोशल आडिट का कार्य कर रही महिला कर्मचारियो से बदसलूकी करते हुए उनका हाथ पकड कर उन्हे बाहर निकाल दिया था,, और फिर उनके साथ हाथापाई और गाली गलौच कर आडिट के काम मे बाधा डाला गया था,
इस मामले मे फिलहाल भाजपा के नेताओ समेत सात रसूकदार लोगो के खिलाफ सूरजपुर न्यायालय मे सात गंभीर धाराओ के साथ आईपीसी के तीन गैरजमानती धाराओ के तहत मामला पंजीबद्द कर लिया गया है,, और न्यायालय ने सभी को 29 अगस्त 2017 को कोर्ट मे पेश होने का आदेश दिया है,,, गौरतलब है कि इस मामले मे पीडित की शिकायत ना दर्ज करने वाले सूरजपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मानक राम कश्यप के खिलाफ भी चार महीने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिक कुमार बारा ने गंभीर घटना का अपराध ना दर्ज करने का मामला दर्ज किया था,
मनरेगा की सोशल आडिट मे लगी युवतियो ,महिलाओ और पुरुषो के साथ हुए गंभीर अपराध मे सूरजपुर कोतवाली मे 23 दिसंबर 2015 को तो मामला दर्ज नही हुआ था,, लेकिन सोशल आडिट प्रभारी प्रियंका पाण्डेय के परिवाद पर सूरजपुर न्यायालय ने भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश गर्ग समेत 7 के खिलाफ मामला दर्ज कर पीडितो को ना केवल न्याय दिया है बल्कि ये भी साबित कर दिया है कि पुलिस सत्ता औऱ प्रभाव के दबाव मे काम करती है ना कि जनता के हित मे..