Officers Transfer 2024, Transfer News, Transfer 2024 : राज्य में एक बार फिर से बड़े प्रशासनिक फेरबदल में कई अधिकारियों को नवीन तैनाती दी गई है। इसके लिए आदेश जारी किए गए हैं। तत्काल प्रभाव से सभी को नवीन प्रभार पर पहुंचना होगा।
विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं और इसके मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का सिलसिला तेज हो गया है। हाल ही में राज्य सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अफसरों का तबादला किया है। इसके आदेश जारी हुए हैं। साथ ही राज्य प्रशासन में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
राजस्व विभाग में बड़े पैमाने पर ट्रांसफर
झारखंड के राजस्व विभाग में एक महत्वपूर्ण फेरबदल किया गया है। इस संबंध में राजस्व निबंधन और भूमि सुधार विभाग ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें 78 अफसरों के तबादलों का आदेश दिया गया है। यह बदलाव विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।
इनके हुए ट्रांसफर
राजस्वा निबंधन और भूमि सुधार विभाग द्वारा जिन अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए हैं उनमें,
रमेश रविदास को अंचल अधिकारी निराशा धनबाद भेजा गया है। कमलकांत वर्मा को अंचल अधिकारी हजारीबाग भेजा गया है। जितेंद्र प्रताप को अंचल अधिकारी धनबाद भेजा गया है। उपेंद्र कुमार को अंचल अधिकारी चाईबासा भेजा गया है। विकास पांडे को आंसर अधिकारी पलामू भेजा गया। ऋषिकेश मरांडी को अंचल अधिकारी गिरिडीह भेजा गया।
श्यामलाल माझी को अंचल अधिकारी गिरिडीह नियुक्त किया गया है। इसके अलावा श्रवण कुमार झा को अंचल अधिकारी हजारीबाग, संतोष कुमार को अंचल अधिकारी पूर्वी सिंहभूम, रंजीत कुमार को अंचल अधिकारी पूर्वी सिंहभूम नियुक्त किया गया है। नए आदेश के अनुसार, हिम्मत लाल महतो को रांची हेहल का अंचल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
नगर विकास एवं आवास विभाग में भी हुए बदलाव
नगर विकास और आवास विभाग में भी प्रशासनिक फेरबदल का सिलसिला जारी है। इस विभाग ने 31 पदाधिकारियों का ट्रांसफर किया है। इन बदलावों के तहत, फुसरो नगर पंचायत में कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में कार्यरत गोपेश कुम्भकार को अब रांची का सहायक नगर आयुक्त नियुक्त किया गया है। इसके अलाव भी कई अफसरून के ट्रांसफर हुए हैं।
झारखंड में चुनावी माहौल के मद्देनजर की जा रही ये प्रशासनिक फेरबदल महत्वपूर्ण हैं। इससे न केवल प्रशासनिक दक्षता में सुधार होगा, बल्कि चुनावी प्रक्रिया को भी सुव्यवस्थित तरीके से संचालित किया जा सकेगा।