नई दिल्ली- देश में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद ईवीएम के साथ छेड़ छाड़ के विवाद में लगभग राजनैतिक दल चुनाव आयोग की चुनौती को स्वीकारने में पीछे हट गए है.. वही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और सीपीआई (एम) ने निर्वाचन आयोग की ओर से दी गयी चुनौती को स्वीकार कर लिया है.. और ईवीएम को हैक करने के लिए आवेदन भी किया है.. इन दोनों राजनीतिक दलों के अलावा ईवीएम मे छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाले अधिकांश विपक्षी दल इसे सिद्ध कर दिखाने की चुनाव आयोग की चुनौती का सामना करने से पीछे हट गये है.. महज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने चुनाव आयोग के इस चैलेन्ज को स्वीकारा है..
चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को इस चुनौती में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार तक आवेदन करने का समय दिया था, लेकिन ज्यादातर दलों ने इसे स्वीकार करने की जगह इसकी प्रक्रिया पर ही सवाल उठाकर बदलाव की मांग की है.. आयोग के सूत्रों के अनुसार केवल राकांपा और माकपा ने ही उनकी इस चुनौती को स्वीकार किया है.. जबकि आठ राजनीतिक दलों की अपनी अलग-अलग मांग है.. उन्होंने आयोग को पत्र लिखे हैं और अपनी मांग बताई है.. राकांपा ने इस चुनौती में हिस्सा लेने के लिए अपने तीन प्रतिनिधियों के नाम आयोग को बताये है.. आयोग ने बताया कि सभी आवेदनों की दोबारा जांच के बाद पाया गया कि माकपा ने भी चुनौती में हिस्सा लेने की ईच्छा जाहिर की है.. आयोग ने कहा है कि राकांपा के आवेदन को देखते हुए तीन जून को सुबह 10 बजे से दो बजे तक मशीनों में छेड़छाड़ से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.. इसके लिए पंजाब ,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से मशीने मंगायी जायेंगी..
वही प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आयोग को पत्र लिखकर मशीनों को हैक करने की प्रक्रिया की शर्तों में ढील देने की मांग की है.. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने इस प्रदर्शन को देखने की इच्छा जतायी है, जबकि ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है..
आयोग ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का आवेदन ई-मेल के जरिये शाम पांच बजकर 39 मिनट पर प्राप्त हुआ, जबकि आवेदन स्वीकार करने की समय सीमा शाम पांच बजे समाप्त हो गयी थी.. इसलिए राजद का आवेदन खारिज कर दिया गया