रायपुर जंगली हाथी से परेशान लोगों की समस्या को अमरजीत भगत ने विधानसभा मे उठाया जिसको वन मंत्री महेश गागड़ा ने हंसी मे टाल दिया.. अमरजीत भगत ने विधानसभा मे जानकारी देते हुए बताया की लगभग 200 से अधिक जंगली हाथी छत्तीसगढ़ मे अनियंत्रित तरीके से विचरण कर रहे है.. लोगों का सामना होने पर उनके घर टूट रहे है.. लोग दर्दनाक तरीके से रौंद कर मारे जा रहे है लोग अपंग हो रहे है, बेघर हो रहे है उनके द्वारा लगाई फसल भी नष्ट
हो रही है..
हाथी के प्रकोप से पीड़ित लोगों के सुरक्षित रहने खाने की कोई ठोस सरकारी वयवस्था ना होने से पीड़ित लोगों को बहुत विषम परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है.. श्री भगत ने मंत्री महेश गागड़ा को और सदन से मांग रखते हुए सुझाव दिया की किसी की मौत हो जाने पर 10 लाख, फसल नुकसान होने पर 50 हज़ार, मकान टूटने पर और दुर्घटना ग्रस्त होने पर 25 हज़ार अग्रिम और शेष उपचार उपरांत साशन द्वारा प्रदान कराया जाये..
बहरहाल सरगुजा की सीतापुर विधानसभा से कांग्रेस के विधायक अमरजीत भगत के ही क्षेत्र में हाथियों का आतंक जोरो पर है अक्सर लोगो की मौत हो जाती है.. ऐसे में विधयाक के द्वारा विधानसभा में सवाल खड़ा किया जाना वाजिब है लेकिन अमरजीत के अनुसार इनके सवाल को वन मंत्री हंसी में टाल गए.. लिहाजा अब वन मंत्री पर लोगो की मौत जैसे मामलो में भी हँसे का आरोप लग रहा है…