नई दिल्ली… गुजरात के माधुरी जासूसी केस नामले में अमित शाह के साथ ही बीजेपी के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। गृह मंत्रालय इस मामले की आधिकारिक जांच के आदेश दे सकता है। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि इस मामले में जांच चल रही है और जो दोषी होगा उसे सजा मिलेगी।
महिला आर्किटेक्ट की जासूसी के मामले में नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी अमित शाह निशाने पर हैं। शाह पर ही महिला का पीछा करवाए जाने और फोन टैप कराने का आरोप है। फोन टेप बताते हैं कि किसी साहेब के कहने पर शाह ने इस काम में गुजरात पुलिस और एटीएस को भी लगाया। इसे लेकर कांग्रेस लगातार मोदी पर हमले बोल रही है और इस मामले में गृह मंत्रालय से जांच की मांग पर अड़ी है।
ये पूछे जाने पर कि क्या राज्य की मशीनरी के गलत इस्तेमाल पर मोदी के खिलाफ केस चलना चाहिए, सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी और कोई फैसला लिया जाएगा। केंद्रीय और राज्य गृह सचिव इस मामले में कार्रवाई करने के लिए अधिकृत हैं।
सूत्रों का कहना है कि राज्य के गृह सचिव को किसी राज्य में किसी की फोन टैपिंग का आदेश देने का अधिकार तो है, लेकिन राज्य से बाहर ऐसा करने के लिए केंद्रीय गृह सचिव की इजाजत लेना जरूरी है। महिला के फोन गुजरात से बाहर महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी टैप किए गए।
बीजेपी ने लगाया आरोप
बीजेपी ने गृह मंत्री पर पूरे मामले पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहाकि जिनके पास मुद्दे नहीं हैं वो कीचड़ उछालने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शिंदे को पता होना चाहिए कि कानून व्यवस्था राज्य का मामला है। सुशील कुमार शिंदे हताश हैं बदलाव की चाहत से, मोदी की लोकप्रियता से। लड़की के पिता ने कोई शिकायत नहीं की है। कमीशन भी बना दिया गया। सिर्फ कांग्रेस और उसके डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट को शिकायत है और शिंदे से कहना चाहता हूं कि वो डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट के प्रवक्ता न बनें।
जेडीयू ने भी अलापा जांच का राग..
वहीं जेडीयू ने भी केस की जांच की मांग की है। जेडीयू नेता अली अनवर ने कहा कि जेडीयू शुरू से ही महिला के जासूसी मामले की जांच की मांग करता रहा है। पार्टी के मुताबिक राज्य सरकार ने स्टेट मशीनरी का बेजा इस्तेमाल किया है।