अपनी उपज बेचने के लिए 15.79 लाख किसानों ने करवाया पंजीयन
रायपुर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य कल 15 नवम्बर से शुरू हो रहे धान और मक्का खरीदी के विशेष अभियान की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। डॉ. सिंह ने आज यहां जारी अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि सहकारी समितियों के सहयोग से किसानों के हित में चलने वाला यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और लम्बा प्रदेश व्यापी अभियान है। धान बेचने के लिए सहकारी समितियों में पंद्रह लाख 79 हजार किसानों ने अपना पंजीयन करवाया है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में एक लाख 27 हजार ज्यादा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसानों से धान खरीदी राज्य शासन द्वारा पूर्व घोषित नीति के अनुसार की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा-समर्थन मूल्य नीति के तहत धान खरीदी 31 जनवरी 2018 तक और मक्के की खरीदी 31 मई 2018 तक चलेगी। इसके लिए राज्य की एक हजार 333 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों और वृहताकार बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों (लैम्प्स) के कार्य क्षेत्रों में 1992 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों से इस अभियान का लाभ उठाने और अपनी उपज का वाजिब मूल्य प्राप्त करने के लिए धान और मक्का निकटवर्ती खरीदी केन्द्रों (उपार्जन केन्द्रों) में बेचने की अपील की है। उन्होंने किसानों के नाम अपने संदेश में कहा है -किसान भाई-बहनों को धान बेचने के लिए अपने गांव से ज्यादा दूर न जाना पड़े इसके लिए राज्य सरकार ने औसतन प्रत्येक साढ़े पांच ग्राम पंचायतों के बीच एक धान खरीदी केन्द्र की स्थापना की है। जिला कलेक्टरों और अन्य संबंधित अधिकारियों को उपार्जन केन्द्रों में किसानों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। खरीदी और भुगतान की पारदर्शी व्यवस्था की गई है। जिस दिन किसान धान बेचेंगे, उनकी राशि उसी दिन उनके बैंक खातों में ऑनलाइन जमा कर दी जाएगी।
डॉ. रमन सिंह ने कहा-इस वर्ष धान के समर्थन मूल्य में 80 रूपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। इसके फलस्वरूप कॉमन अथवा मोटा धान 1550 रूपए और ए-ग्रेड अथवा पतला धान 1590 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। मक्के की खरीदी में भी 60 रूपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। किसान निर्धारित उपार्जन केन्द्रों में मक्का 1425 रूपए प्रति क्विंटल की दर से बेच सकेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने किसानों को वर्ष 2016 के धान पर 300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से 2100 करोड़ रूपए का बोनस दिया है। किसान इस वर्ष जो धान बेचेंगे, उन्हें उसका बोनस अगले साल दिया जाएगा। इसकी भी तैयारी चल रही है। प्रदेश के सभी 27 जिलों में समितियों के माध्यम से धान खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) द्वारा और मक्के की खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा की जाएगी।