76 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में हुआ ये कमाल, भारत के खिलाफ इस खिलाड़ी ने 7 विकेट लेकर रचा इतिहास

India vs England 1st Test: भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 28 रनों से हार का सामना करना पड़ा। हार के साथ ही भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे हो गई है। इंग्लैंड ने भारत को जीतने के लिए 231 रनों का टारगेट दिया, जिसके जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 202 रनों पर ऑलआउट हो गई। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसी वजह से टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। इंग्लैंड के एक युवा स्पिनर ने भारत के खिलाफ दमदार प्रदर्शन किया और इंग्लैंड के लिए बड़ा रिकॉर्ड बना दिया।

इस खिलाड़ी ने झटके 7 विकेट

इंग्लैंड के युवा स्पिनर टॉम हार्टली ने भारत के खिलाफ कमाल की गेंदबाजी की। उनके आगे भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं पाए और आउट हो गए। उन्होंने पिच का पूरी तरह से फायदा उठाया और इंग्लैंड को मैच जिताने में अहम भूमिका अदा की। उन्होंने 26.2 ओवर में 62 रन देकर 7 विकेट चटकाए। उन्होंने पहली पारी में कुल 2 विकेट अपने नाम किए थे।

74 साल बाद किया ऐसा

इंग्लैंड के लिए एक टेस्ट पारी में डेब्यू पर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड जेम्स लेंगग्रेड के नाम पर है, जिन्होंने साल 1933 में अपने डेब्यू टेस्ट की एक पारी में 56 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे। दूसरे नंबर पर जिम लेकर थे, जिन्होंने इंग्लैंड के लिए साल 1948 में डेब्यू टेस्ट की एक पारी में 103 रन देकर 7 विकेट झटके थे। लेकिन अब 76 साल बाद टॉम हार्टली ने जिम लेकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और वह इंग्लैंड के लिए डेब्यू टेस्ट की एक पारी में दूसरी सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 62 रन देकर 7 विकेट हासिल किए और बड़ा करिश्मा कर दिया है।

इंग्लैंड को मिली जीत

भारत के खिलाफ इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में सिर्फ 246 रन बनाए थे। इसके बाद भारत ने पहली पारी में 436 रन बनाए और 190 रनों की बढ़त हासिल कर ली। इससे लग रहा था कि भारतीय टीम आसानी से मैच जीत जाएगी। लेकिन दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम ने दमदार वापसी की और मैच को अपने पक्ष में कर लिया। इंग्लैंड के लिए ओली पोप ने कमाल का प्रदर्शन किया। वह क्रीज पर टिक गए और बड़ी पारी खेलकर ही दम लिया। उन्होंने 196 रनों की पारी खेली। उनकी वजह से इंग्लैंड की टीम भारत को 231 रनों का टारगेट देने में सफल रही। जिसके जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 202 रनों पर ऑलआउट हो गई।