स्पोर्ट्स डेस्क. 14 मार्च, 2021 को इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच के लिए भारत की ओर से पदार्पण कर रहे थे, तो सूर्यकुमार यादव की उम्र 30 साल से ज्यादा थी। पहले मैच में उन्हें बल्ले से जौहर दिखाने के मौका नहीं मिला। ठीक चार दिन बाद 18 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा वनडे मैच अहमदाबाद में खेला गया। सूर्यकुमार ने 31 गेंदों पर 57 रन की तूफानी पारी खेल जता दिया था कि उनमें रनों की भूख ज्यादा है।
51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी खेली
सूर्यकुमार पिछले दो वर्षों में जिस अंदाज में खेल रहे हैं, रनों की भूख कभी कम होते दिखाई नहीं दी। सूर्यकुमार आज विश्व के टी-20 में नंबर वन बल्लेबाज बन गये हैं। सूर्यकुमार ने सबसे छोटे प्रारूप में शनिवार को एक और अविश्वसनीय पारी खेलते हुए श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी खेली, जिससे भारत ने 91 रन की जीत के साथ सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
मार्च के बाद जड़े तीन शतक
देखा जाये, तो टी-20 करियर में उनका तीसरा शतक है। सूर्या ने जब से डेब्यू किया है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन शतक लगानेवाले वह शीर्ष बल्लेबाज हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने 14 मार्च, 2021 से कुल 5 टी-20 शतक जड़े हैं, उनमें से तीन सूर्यकुमार के, एक कोहली और एक हुड्डा के बल्ले से निकले हैं। इस तेजतर्रार बल्लेबाज का कहना है कि देर से चयन ने उनके संकल्प को और मजबूत किया और शीर्ष स्तर पर सफलता की उनकी भूख बढ़ा दी।
सबसे तेज 1500 रन बनाने वाले बल्लेबाज
मध्य क्रम के इस बल्लेबाज का यह केवल सात महीने में अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में तीसरा शतक था। जिससे वह खेल के इतिहास में पहले खिलाड़ी बन गए। जिन्होंने बल्लेबाजी का आगाज नहीं करते हुए तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाये। गेंदों का सामना करने के लिहाज से सूर्यकुमार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में सबसे तेजी से 1500 रन के आंकड़े तक पहुंचने वाले बल्लेबाज भी बने।
22 महीने में सबसे अधिक शतक सूर्यकुमार के नाम
बल्लेबाज का नाम और देश – शतक – अर्धशतक
मोहम्मद रिजवान (पाकिस्तान) – 0 – 21
बाबर आजम (पाकिस्तान) – 2 – 14
सूर्यकुमार यादव (भारत) – 3 – 13
साइमन सेसाजी (युगांडा) – 1 – 9
विराट कोहली (भारत) – 1 – 12
रोहित शर्मा (भारत) – 0 – 8
पॉल स्टर्लिंग (आयरलैंड) – 1 – 3
निकोलस पूरन (वेस्ट इंडीज) – 0 – 7
जोस बटलर (इंग्लैंड) – 1 – 9
(आंकड़ें 24 मार्च, 2021 के बाद के हैं)
मेरी क्रिकेट यात्रा में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण : सूर्यकुमार
श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन करनेवाले सूर्यकुमार यादव ने कहा कि बीसीसीआइ टीवी पर बातचीत के दौरान कहा कि मैंने जितनी घरेलू क्रिकेट खेली है, मैंने हमेशा अपने राज्य मुंबई के लिए खेलने का लुत्फ उठाया है और मैंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि अब तक की मेरी क्रिकेट यात्रा में परिवार की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है. जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो परिवार से शुरूआती मदद मिली। मेरे पिताजी एक इंजीनियर हैं, इसलिए मेरे परिवार में खेल का कोई इतिहास नहीं है। मुझे थोड़ा अलग होना पड़ा, जिससे कि उन्हें मेरे अंदर चिंगारी दिखे और वह मेरा साथ दें। सूर्यकुमार ने कहा कि उन्होंने और जाहिर तौर पर मेरी पत्नी ने काफी त्याग किया है। हमारी शादी के बाद से वह पोषण और फिट रहने के मामले में मेरे ऊपर काफी जोर दे रही है। श्रीलंका के खिलाफ मैच के बाद सूर्यकुमार ने कहा अच्छा प्रदर्शन करने के बाद टीम में चयन नहीं होने से थोड़ा निराश हुआ, लेकिन मैं खुद से कहता रहा कि तुम इस खेल को क्यों खेलते हो, इसका आनंद लो, इस खेल के प्रति जुनून ने मुझे आगे बढ़ाया, और मैं आगे बढ़ता रहा।