सोमवार का दिन हालांकि अन्य दिनों की ही तरह था पर काफी लोगों के लिए यह दिन बहुत अहम था। जब भारत के अलग-अलग हिस्सों में लोग अपने घर में गणपति को बैठा रहें थे और तब महाराष्ट्र में भी गणपति, लालबाग के राजा के रूप में सामने आ चुके थे पर इस बार सबसे महंगे गणपति भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे।
गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सेवा मंडल के द्वारा किंग्स सर्किल मुम्बई में एक ऐसे ही गणपति चर्चा का विषय बने हुए हैं, जिनको 450 किलो चांदी और 70 किलो सोने से बनाया गया था। गणपति की यह प्रतिमा 11 फ़ीट की बनाई गई है और इसके हाथ और पांव भी सोने के बनाये गए है। इस पंडाल के एक ट्रस्टी आर.जी. भट्ट का इस बारे में कहना है कि “80,000 स्क्वायर फ़ीट में बना यह पंडाल दुनिया का सबसे बड़ा गणपति पंडाल है। इसमें गणपति की प्रतिमा 70 किलो सोने से बनाई गई है, जिसकी सुरक्षा के लिए हम उनका 300 करोड़ रूपये का बीमा भी करवा चुके हैं।
इस पंडाल में सुरक्षा के भी अच्छे इंतजाम किये गए हैं, यहां पर 48 CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जिनकों स्थानीय पुलिस स्टेशन से जोड़ा गया है तथा 500 सिक्योरिटी गार्डो के अलावा कुछ वालियंटर्स भी हैं। लालबाग़ के राजा के जैसे ही इस गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सेवा मंडल के गणपति भी लोगों के आकर्षण का केंद्र होते हैं। महाराष्ट्र का गणपति उत्सव विश्व भर में फेमस है और इस दौरान यहां पर चारो ओर गणपति के जयकारो की धूम रहती है।