इंदौर- देश के सबसे स्वच्छ शहर के श्रेणी में आने वाले और प्रदेश के सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों में शुमार इंदौर में शवों की दुर्दशा के किस्से सनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे। और अब एक ऐसा मामला सामने आया है जो न तो किसी ने आज तक सुना होगा और ना ही देखा होगा । आपको बता दें मामला अन्नपूर्णा इलाके के यूनिक अस्पताल का है. यहां एक 87 साल के बुज़ुर्ग की कोरोना से मौत हो गई थी मौत के बाद उनके शव पर कुछ अजीब से घाव मिले देख कर लगा कि जैसे चूहे ने कुतर लिया हो। घर वालों को आशंका है कि मुर्दाघर में चूहों ने शव कुतरा है। घर वाले अपने घर के बुजुर्ग को इस हालत में नहीं देख पाए। शव की ये हालत देखकर परिवार के लोग गुस्से में आ गए. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.परिवार की मुखिया प्राची जैन ने बताया कि रविवार के दोपहर मृतक नवीन चन्द्र जैन से बात हुई थी जिसमें उन्होंने खुद को बिल्कुल ठीक होना बताया था।अचानक अस्पताल से फोन आया और जानकारी मिली कि नवीन चन्द्र की मृत्यु हो गई।जब घर वाले अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने देखा मृतक के शरीर में अजीब से घाव है, पूरे शरीर को किसी ने नोच लिया है। जिसमें 1 आंख पूरी तरह से छतिग्रस्त है, सव की हालत देख कर परिवार वाले बौखला गए, अपने बुजुर्ग को इस हालत में देख परिवार के लोगों ने अस्पताल के सामने हंगामा मचा दिया हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर माहौल शांत किया, लेकिन प्राची का कहना है कि यह अस्पताल वालों की लापरवाही है, उन्हें रात भर ऐसे लैब में रखा गया जहां चूहे थे, उन्हें रात में ही बता दिया जाता की उनकी मृत्यु हो चुकी है तो वे रात में ही ले जाते सव की ये दुर्दशा नहीं हो पाती। जानकारी मिलते ही इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. एडीएम अजय देव शर्मा को इसकी जांच सौंपी गई है. इससे पहले प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी एम वाय अस्पताल में एक लावारिस लाश अंतिम संस्कार के इंतज़ार में कंकाल बन गयी थी.