भोपाल मध्य प्रदेश के मंदसौर में सात साल की बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिला दिया है. मंदसौर में हजारों लोग आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बच्ची फिलहाल आईसीयू में भर्ती है. इस मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किये गये पहले आरोपी इरफान को गुरुवार शाम को अजाक थाने में बनाई गई स्पेशल कोर्ट ने दो जुलाई तक की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. जबकि दूसरे आरोपी आसिफ को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है.
गैंगरेप के बाद की हत्या करने की कोशिश
गौरतलब है कि मंदसौर में 26 जून को छुट्टी के बाद स्कूल के बाहर से नाबालिग बच्ची का अपहरण करके उसके साथ बलात्कार कर उसे जान से मारने की कोशिश करते हुए उसे झाड़ियों में फेंक दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में 27 जून की देर रात को एक आरोपी इरफान को गिरफ्तार कर लिया था. मंदसौर में लोगों ने इस घटना के खिलाफ 28 जून को शहर बंद रखा.
एक निजी स्कूल की कक्षा तीन में पढ़ने वाली नाबालिग मासूम बच्ची का बुधवार 26 जून की शाम को अपहरण होने की सूचना पर उसकी तलाश में अभियान चलाया गया। इस दौरान वह शहर के बस स्टैंड के समीप लक्ष्मण दरवाजे के झाड़ियों में घायल अवस्था में पड़ी मिली थी. बच्ची को मन्दसौर में इलाज के बाद इंदौर रेफर किया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
आरोपियों को फांसी होगी- सीएम शिवराज
चिकित्सकीय जांच में नाबालिग बच्ची से बलात्कार की पुष्टि हुई है. पीड़ित बच्ची इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के बाल शल्य चिकित्सा विभाग के वॉर्ड में भर्ती है. मंदसौर के स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने भी घटना की निंदा करते हुए आरोपी युवक को फांसी की सजा देने की मांग की है. बच्ची के इलाज में कोई कोताही ना बरती जाए. इस पर खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान नजर रख रहे हैं. सीएम शिवराज ने कहा है कि सरकार आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की पूरी कोशिश करेगी.
कोई वकील नहीं लड़ेगा आरोपी का केस- बार एसोसिएशन
घटना के बाद आक्रोशित लोग मंदसौर की सड़कों पर उतर गए. फिलहाल इलाके में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है. उधर घटना से आक्रोशित शहर के बार एसोसिएशन ने यह फैसला किया है कि आरोपी की तरफ से मंदसौर का कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा.