सतना से पी मनीष की रिपोर्ट
सतना के ताला थाना के आजमाईन गांव में पुलिस का एक वो चेहरा सामने आया जिसे देख समाज का पुलिस और कानून दोनो से विश्वास उठ जायेगा ,, दरअसल मामला सतना के ताला थाना क्षेत्र मे एक गरीब विश्वकर्मा परिवार के 3 दिन से लापता युवक की हत्या का है । सुनकर हैरानी होगी लेकिन सच ये है कि इस हत्या में पुलिस आरोपियो तक पंहुचने के लिए कारवाही नही करता है बल्कि पुलिस कारवाही इसलिए करती है ,,, ताकि हत्यारों का नाम इस मामले में ना आए और आरोपी इस घटना को अंजाम देने की बाद बेखौफ होकर समाज में घूम सके । पुलिस की इस हरकत ने ना केवल पीड़ित पक्ष के जख्मो पर नमक छिड़कने का काम किया बल्कि लोगों की मदद और इंशाफ़ दिलाने के लिए बनी खाखी वर्दी में वो काला दाग लगाया है जो सायद धोने से भी ना धुले ।
सतना मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर ताला थाना के आजमाईन गांव के रामबहोर विश्वकर्मा अपने पुरे परिवार के साथखेती बाड़ी और लकड़ियों का छोटा मोटा काम कर जीवन यापन करते थे । ,, 27 मई की शाम 9:30 बजे राम बहोर विस्वकर्मा गांव के ही राम बहोर सिंह के घर तिलक के कार्यक्रम में शामिल होने गए थे,, और वही से लापता हो गए। जब रामबहोर विस्वकर्मा घर नहीं आये तो परिजन उनकी तलाश गांव और आस पास करके थक गए लेकिन रामबहोर का कोई सुराग नही मिला। इधर अपने हिसाब से हर जगह तलाश करने के बाद रामबहोर के परिजनो ने 28 मई की शाम ताला थाना मेंगुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई ,,
लेकिन उसके बाद 31 मई की सुबह मृतक का शव ४ फिट चौड़े उस कुए मे तैरता मिला ,, जो कुआं गांव के उसी घर के बगल मे था , जिस घर मे मृतक रामबहोर तिलक के कार्यक्रम में शामिल होने गया था । कुंए मे गुमशुदा रामबहोर की लाख मिलने की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन शुरुआती दौर से ही पुलिस मामले को दबाने का प्रयास करने लगी।
पुलिस पर सक की सुई तब आकर रुकने लगी,,, जब मृतक के परिजनों द्वारा पंचनामा और पीएम की काँपी मांगे जाने पर पुलिस ने देने से इंकार कर दिया। इतना ही नही परिजनो द्वारा कुछ संदेहियो का नाम बताने पर भी पुलिस ने उनसे पूछताछ तक नही किया। और आखिरकार हत्या की संभावना के इस मामले को आत्महत्या का रुप दे कर ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया है।
इस मामले में पुलिस का फिलहाल गोलमटोल बयान खुद बखुद इस बात की और इशारा कर रहा है कि ,,,पुलिस ने ना केवल अपने वर्दी का गलत इस्तेमाल किया बल्कि ताला थाना पुलिस ने मामले को दबाने की भरपूर कोशिश करते हुए आरोपियों को खुलेआम घूमने के लिए छोड़ दिया है। बहरहाल अपने घर के चिराग को दर दर ढूढने वाले परिजनो को पहले अपने बेटे का शव कुएं मे तैरता मिला ,, तो अब इंसाफ की चाह मे मृतक रामबहोर के परिजन को दर दर भटक रहे है। लेकिन अपने कर्म और धर्म से बेलगाम हो चुकी सतना पुलिस के कान मे जूं तक नही रेंग रही है।