सुपरस्टार रजनीकांत ने अपनी राजनीतिक संभावनाओं पर ब्रेक लगा दिया है। इस तरह उनका राजनीतिक करियर शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो गया। उन्होंने अपने संगठन ‘रजनी मक्कल मन्द्रम’ को एक राजनीतिक संगठन के रूप में निष्क्रिय कर दिया है। हालाँकि, उन्होंने कहा कि पूर्व की भाँति उनके फैन क्लब्स चलते रहेंगे और वो उनसे जुड़े रहेंगे। उन्होंने सोमवार को एक पत्र ट्वीट करके इसकी घोषणा की।
तमिल फिल्मों के साथ-साथ 80 के दशक में बॉलीवुड में भी सक्रिय रहे रजनीकांत के राजनीतिक एंट्री की अटकलें कई दशकों से मीडिया की सुर्खियाँ बनती रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके संगठन को लेकर कई सवाल पूछे जा रहे थे और सवाल दागा आज रहा था कि ये क्यों अस्तित्व में है। उन्होंने बताया कि ये संगठन इसीलिए बनाया गया था क्योंकि वो राजनीति में आना चाहते थे और एक अपना राजनीतिक दल भी बनाना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि परिस्थिति ऐसी बन गई है कि अब ये संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि, चूँकि अब भविष्य में मेरा राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है, इसीलिए अब से ‘रजनी मक्कल मन्द्रम’ एक फैन क्लब के रूप में कार्य करेगा। ये एक चैरिटी संगठन होगा, जो लोगों की मदद करेगा। सचिव, एसोसिएट्स उप-सचिव और एग्जीक्यूटिव सदस्य सहित संगठन के सभी पदाधिकारी फ़िलहाल अपने पद पर बने रहेंगे।”
इससे पहले सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा था कि RMM के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर के वो निर्णय लेंगे कि उन्हें राजनीति में आना है या नहीं। रजनीकांत हाल ही में अमेरिका से अपना मेडिकल चेकअप करा कर लौटे हैं। साथ ही वो अपनी अगली फिल्म ‘Annaatthe (अन्नाथे)’ की शूटिंग में भी व्यस्त है। कोरोना लॉकडाउन और तमिलनाडु में चुनावों के कारण वो अपने संगठन के लोगों से नहीं मिल पाए थे।
रजनीकांत की कुछ हालिया तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें वो अपने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। रजनीकांत ने अपने पत्र में ‘जय हिंद’ भी लिखा। हाल ही में जब वो चेन्नई लौटे थे बड़ी संख्या में प्रशंसकों ने उनका स्वागत किया था। कोरोना काल से पिछले कुछ वर्षों में उनकी ‘2.0’, ‘कबाली’ और ‘पेट्टा’ जैसी फिल्मों ने 1500 करोड़ रुपए से भी अधिक का कारोबार बॉक्स ऑफिस पर किया है।
लोगों ने रजनीकांत के इस निर्णय पर मजेदार टिप्पणियाँ भी की। एक व्यक्ति ने मुन्नाभाई फिल्म से अरशद वारसी का डायलॉग शेयर किया, “भाई, ये तो शुरू होते ही ख़त्म हो गया।” एक ने लिखा कि 2050 में भी रजनीकांत अपनी 5वीं पार्टी को भंग कर कहेंगे कि उन्हें राजनीति में नहीं आना है। एक व्यक्ति ने लिखा कि रजनीकांत दुनिया में अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने राजनीति में आने से पहले ही राजनीति छोड़ दी।