जब अपनी ही शादी में बुलेट पर सवार होकर पहुंची दुल्हन

 भारतीय शादियों में आमतौर पर दुल्हन घूंघट ओढ़े मंडप में पहुंचती है। घर की महिलाओं और सहेलियों से घिरी हुई दुल्हन हाथ में वरमाला लेकर धीरे-धीरे मंडप की ओर बढ़ती है, तो उसके आने का ऐहसास हर तरफ होता है। कहते हैं समय के साथ सब कुछ बदल जाता है। अहमदाबाद की एक लड़की ने दुल्हन की उस पारंपरिक छवि को तोड़ते हुए जब बुलेट (मोटरसाइकिल) पर सवार होकर मंडप में एंट्री ली तो हर कोई देखता रह गया।

अहमदाबाद की आएशा उपाध्याय नाम की लड़की जो फेसबुक पर खुद को ‘रिदेर्नी’ कहती है। अपनी शादी के मंडप में उस रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 पर सवार होकर पहुंची, जो उसे उसके भाई ने रक्षाबंधन के मौके पर गिफ्ट दी थी। बकायदा दुल्हन के लिबास में सज-धजकर, आखों पर काले रंग का एविएटर चढ़ाकर वह अपनी शादी में पहुंची। 26 वर्षीय आएशा कंप्यूटर साइंस की प्रोफेसर है और वह बाइक चलाने की शौकीन है। वह 13 साल की उम्र से ही मोटरसाइकिल चला रही है।

‘अहमदाबाद मिरर’ से बात करते हुए आएशा ने बताया, ‘मैंने अपने अंकल की बुलेट मोटरसाइकिल लेकर कई शानदार दौरे किए हैं। एक बार मैं साथी बुलेट लवर्स के साथ गोवा गई और वहीं से बाइक पर वापस भी आई।’ उन्होंने बताया कि वह ‘ओम बन्ना मंदिर’ भी गई हैं जो ‘बुलेट बाबा मंदिर’ के नाम से मशहूर है।

शादी के बाद अब आएशा के पास पति के रूप में एक ऐसा शख्स है जो उनकी बाइक की पिछली सीट पर उनके साथ सवारी कर सकता है। कनाडा में रहने वाले उसके पति व्यवसायी लौकिक व्यास को मोटरसाइकिल चलानी नहीं आती। अहमदाबाद मिरर से बाद करते हुए आएशा के पति लौकिक ने कहा, ‘मैं पिछली सीट पर बैठने वाला व्यक्ति हूं। मैं अपनी पत्नी को बाइक चलाने की जिम्मेदारी देकर खुश होऊंगा।’ उन्होंने कहा, ‘शादी समारोह में बुलेट पर सवार होकर आना अपने-आप में एक अनूठा आइडिया था। मैं जानता हूं कि बुलेट और बाइक राइडिंग उनका शौक है, इसलिए मैंने उनके इस आइडिया का समर्थन किया।’

आएशा का इरादा कनाडा जाकर बसने पर भी बाइक राइडिंग के अपने शौक को बनाए रखने का है। भई हम तो उन्हें इसके लिए शुभकामना ही दे सकते हैं।