महिलाओ मे होता है “तलाक जीन”

अनुसंधानकर्ताओं ने पहली बार मादा ‘तलाक जीन’ की पहचान करने का दावा किया है.

महिलाएं कृपया ध्यान दें. तलाक के लिए हमेशा पुरूष ही जिम्मेदार नहीं हो सकते. एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सफल वैवाहिक जीवन का राज महिलाओं के जीन में छिपा हो सकता है.

स्वीडन स्थित कानरेलिन्स्का इन्स्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने पहली बार एक मादा ‘तलाक जीन’ की पहचान करने का दावा किया है और उनका कहना है कि यह जीन बता सकता है कि वैवाहिक जीवन सामान्य होगा या उथलपुथल भरा होगा. जीन यह भी बता सकता है कि कोई महिला अपने हमसफर के साथ दांपत्य जीवन के लिए संघर्ष कर सकती है या नहीं.

डेली मेल की खबर में कहा गया है कि अगर किसी महिला के सामान्य जीन में भिन्नता हो तो ऐसी महिलाएं दूसरे व्यक्ति के साथ आसानी से नहीं जुड़ पाती. अगर ऐसी महिला विवाह कर भी ले तो उसका दांपत्य जीवन सामान्य होने की संभावना 50 फीसदी होती है.

अध्ययन के अनुसार, ऐसे जीन वाली महिला के पति के नाखुश होने की संभावना अधिक होती है.

अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि यह जीन महिलाओं की ऑक्सीटोसिन हार्मोन के लिए संसाधन प्रक्रिया को प्रभावित करता है. ऑक्सीटोसिन जीन प्यार और मातृत्व संबंधी लगाव के अहसास को तेज करता है. महिलाओं में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का उत्पादन बच्चे के जन्म के समय और स्तनपान के दौरान होता है. लेकिन यदि इस हार्मोन का संसाधन समुचित तरीके से न हुआ तो शायद महिला का उसके हमसफर, मित्रों, और तो और संतान के साथ भी सामान्य जुड़ाव नहीं होगा.