बोरे में पुरुष के शव का आधा टुकड़ा मिलने से मचा हड़कंप, बाकी हिस्सों की तलाश जारी

गाजियाबाद। जिले के लोनी के डाबर तालाब क्षेत्र के एक नाले में एक पुरुष के शव का आधा टुकड़ा मिला है। इसकी सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आशंका है कि 20 से 25 दिन पहले युवक की हत्या कर बदमाशों ने युवक के टुकड़े किए होंगे और इन टुकड़ों को यहां ठिकाने लगाया है। पुलिस ने शव के बाकी हिस्से की भी तलाश कर रही है।

लोनी क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि बुधवार की दोपहर करीब सवा 11 बजे प्लास्टिक के बोरे में शव मिलने की सूचना आई थी। इस सूचना पर वह खुद दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाले से बोरे को बाहर निकालवाया। उस समय बोरे से शव की टांगें बाहर दिख रही थीं। बोरा खुलवाने पर उसमें से एक युवक के सीने से नीचे का हिस्सा मिला। तत्काल मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई और शव के इस हिस्से को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक देहात ईराज राजा ने बताया कि शव को देखकर ऐसा लग रहा है कि इसकी हत्या 20 से 25 दिन पहले हुई होगी। उन्होंने बताया कि हत्या कहीं और हुई है और बदमाशों ने शव के टुकड़े कर अलग अलग स्थानों पर ठिकाने लगाए हैं। अभी तक इस शव का एक ही हिस्सा मिला है, इसलिए बाकी हिस्सों की आसपास के इलाकों में तलाश कराई जा रही है।

आरी से कटा होगा शव

पुलिस ने बताया कि जिस तरह से शव को काटा गया है, निश्चित रूप से किसी बड़े और धारदार हथियार से इसे काटा गया होगा। आशंका है कि शव को टुकड़े-टुकड़े करने के लिए लकड़ी काटने वाली आरी का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि जहां शव मिला है, वह दिल्ली से लगता हुआ इलाका है, इसलिए यह भी आशंका जताई जा रही है कि हत्या की वारदात को दिल्ली में अंजाम दिया गया होगा और शव को यहां ठिकाने लगाया गया है।

शिनाख्त की कवायद शुरू

पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए गाजियाबाद के सभी थाना पुलिस के अलावा दिल्ली के सीमावर्ती थानों को सूचना दे दी है। इन सभी थाना क्षेत्रों में लापता लोगों की डिटेल खंगाली जा रही है। वहीं बदमाशों की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि चूंकि काफी पहले यह शव यहां डाला गया होगा, इसलिए वाहनों के पहियों के निशान मिलना मुश्किल है। ऐसे में अब सीसीटीवी कैमरों से ही कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है।