नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5-7 जनवरी को होने वाली राज्यों के मुख्य सचिवों की मीटिंग की हिस्सा लेंगे। इस बैठक में PM 6 और 7 जनवरी के दौरान विचार-मंथन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में MSME, इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इनवेस्टमेंट, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और पोषण और कौशल विकास जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस मीटिंग का उद्घाटन नीति आयोग के सीईओ परमेश्वरन अय्यर 5 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पीयूएसए) परिसर में करेंगे।
इन मुद्दों पर होगा खास फोकस
प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस मीटिंग में तीन स्पेशल सेशन होंगे। इसमें अंतिम मील तक पहुंचना, GST और जियो-पॉलिटिकल चुनौतियां और भारत की प्रतिक्रिया शामिल हैं। इस पूरी बैठक के दौरान वोकल फॉर लोकल, इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स, जी20: रोल ऑफ स्टेट्स और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज जैसे मुद्दों पर खास फोकस रहेगा।
मुख्य सचिवों से होगी इकोनॉमी के विकास पर चर्चा
इस 3 दिवसीय मीटिंग का अहम फोकस देशभर के जिलों को विकास के इंजन के रूप में विकसित करने पर भी होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य और जलवायु को लेकर भी चर्चा होगी। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के टारगेट को प्राप्त करने के लिए मुख्य सचिवों को जिलों को विकास के मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए विचार करने के लिए कहा जा सकता है। बता दें कि राज्यों के मुख्य सचिवों की पहली राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में हुई थी।