Shri Ram Mandir: अयोध्या के आराध्य श्रीराम 2020 में टाट से अस्थायी मंदिर में पहुंचे। अब भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। अद्वितीय राम मंदिर का निर्माण तो हो ही रहा है, साथ ही अयोध्या नगरी को भी सजाया जा रहा है। लेकिन, इस खास दिन यानी 22 जनवरी 2024 को और खास बनाने में शंकर लाल का अहम योगदान है। शंकर लाल अपनी एक छोटी दुकान में बैठकर रामलला के लिए कपड़े बना रहे हैं।
श्रीरामजन्मभूमि श्रीरामलला के प्रमुख टेलर हैं शंकर लाल
शंकर लाल श्रीरामजन्मभूमि श्रीरामलला के प्रमुख टेलर है। उन्होंने अपनी दुकान के सामने एक बैनर लगा रखी है, जिस पर लिखा है ‘बाबूलाल टेलर्स श्रीरामजन्मभूमि श्रीरामलला के प्रमुख टेलर.’ और ये पहचान ही इस दुकान और इसमें काम करने वाले शंकर लाल को अयोध्या में बेहद खास बना देती है। अयोध्या के प्रमोदवन इलाके में मौजूद इस दुकान का रामलला से 1985 से नाता है, जिसे बाबू लाल ने शुरू किया था। अब बाबू लाल के बेटे शंकर लाल इस दुकान में सिलाई करते हैं। वैसे ये काम उनका परिवार सात आठ पुश्तों से करता आ रहा है।
शंकरलाल के बनाए कपड़े पहनते हैं रामलला
आपने अब तक श्रीराम के अस्थायी मंदिर और टीवी पर कई बार रामलला के दर्शन किए होंगे। उस वक्त जो वस्त्र रामलला ने धारण किए होते हैं, वो इसी दुकान में शंकर लाल और उनके बड़े भाई भगवत प्रसाद बनाते हैं। अब यहां 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए भी यहां पर खास तैयारी चल रही है। शंकर लाल बड़ी तन्मयता के साथ रामलला के लिए कपड़े बनाने में जुटे हैं। शंकर लाल बताते हैं ठाकुर जी के लिए वस्त्र तैयार करने का काम कैसे अलग अलग परिस्थतियों में अलग अलग जाकर करना पड़ा।
22 जनवरी को रामलला कौन सी पोशाक पहनेंगे?
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला कौन की पोशाक पहनेंगे। उनके कपड़े का रंग क्या होगा और उनका श्रंगार कैसा होगा? ये सभी रामभक्त जानना चाहते हैं। एक निजी न्यूज चैनल की टीम ने रामलला के वस्त्र तैयार कर रहे शंकर लाल से ये सभी सवाल किए। इस दौरान शंकर लाल ने बताया कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन पोशाक के लिए सिर्फ नाप मिला है, लेकिन अभी तय नहीं हो पाया है कि किस रंग के कपड़े पहनेंगे। उन्होंने बताया कि सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को हरा, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी कपड़ा धारण करते हैं। स्थापना के अवसर पर ठाकुर जी पीला कपड़ा धारण करते हैं। शुभ काम में पीला कपड़ा ही पहना जाता है। हमें आदेश मिलेगा तो हम पीला और सफेद दोनों कपड़े तैयार करेंगे।
रामलला की पोशाक बनाने के लिए कितना मिलता है मेहनताना?
श्रीराम की सेवा का अवसर मिले तो जीवन धन्य हो जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामलला की पोशाक तैयार करने वाले शंकर लाल और उनके परिवार को इसका क्या मेहनताना मिलता है। इस पर उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार से पैसे मिलते हैं। इसके साथ ही सिलाई के साथ-साथ न्योछावर भी मिलता है और सिलाई से उसका लेना देना नहीं है। लेकिन, आप ये जानकर भावुक हो जाएंगे कि शंकर लाल अपने ठाकुर जी से क्या न्यौछावर चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुझे अवसर मिला तो ठाकुर जी से यहीं मागेंगे कि हमारी परंपरा चलती रहे।
फिलहाल रामलला के लिए शंकर लाल और उनका परिवार प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन के लिए सफेद और पीली पोशाक बनाने की तैयारी कर रहे हैं। रामलला की नाप इनके पास आ चुकी है। बस निर्देश और कपड़े का इंतजार है। कई पीढ़ियों से परंपरा निभाने वाला ये परिवार अपने कर्तव्य को निभाने के लिए तैयार है। भगवान राम के प्रति भक्तों की अपार आस्था है। हर किसी की भक्ति का तरीका भी अपना है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर इन भक्तों का उत्साह बता रहा है कि भगवान के नाम का जाप उनके लिए क्या मायने रखता है।