उत्तराखंड में कोविड कर्फ्यू फिर एक हफ्ते के लिए बढ़ने जा रहा है। सरकार एक हफ्ते और 27 जुलाई तक कोविड कर्फ्यू बढ़ा सकती है। इसमें कांवड़ियों के लिए राज्य में प्रवेश के सख्ती से प्रावधान किए जा सकते हैं। राज्य में अभी कोविड कर्फ्यू मंगलवार सुबह छह बजे तक के लिए लागू है। इस बीच अब कावंड यात्रा भी शुरू होने जा रही है। हालांकि, सरकार ने कावड़ यात्रा पूरी तरह से प्रतिबंधित की है, लेकिन इसके बावजूद छिट पुट कांवड़ियों के हरिद्वार और ऋषिकेश आने की संभावना है। इसे लेकर सरकार कोविड गाइन में सख्त प्रावधान करने जा रही है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि कोविड कर्फ्यू की नई गाइड लाइन सोमवार को जारी होगी।
हालांकि, कोरोना संक्रमण में गिरावट आई है, लेकिन कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अभी बाजारों के बंद करने का समय शाम सात बजे ही रखा जाएगा। अलबत्ता, बाहर से आने वाले लोगों के राज्य की सीमाओं पर प्रवेश के दौरान जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को सख्ती से चेकिंग के निर्देश जाएंगे। कावंड़ यात्रा कैंसिल होने के बाद यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर पुलिस-प्रशासन की ओर से सख्ती की जा रही है। किसी भी कांवड़िए को किसी भी प्रदेश से उत्तराखंड आने की इजाजत नहीं दी जा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से जागरुकता पर भी फोकस किया जा रहा है। प्रदेश में काेरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए पर्यटकों पर भी सख्ती की जा रही है।
उत्तराखंड आने के लिए पर्यटकों को कोरोना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के साथ ही स्मार्ट सिटी वेबवाइट में पंजीकरण सहित होटल बुकिंग से जुड़े कागजात दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है। बिना कोविड रिपोर्ट उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की बॉर्डर पर ही कोराना जांच की जा रही है। राज्य के पांच जिलों में रविवार को कोरोना का एक भी नया मरीज नहीं मिला। जबकि राज्य में कुल 19 नए मरीज मिले हैं। 52 मरीज ठीक होने के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या अब महज 623 रह गई है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार रविवार को अल्मोड़ा, बागेश्वर, चम्पावत, नैनीताल और उत्तरकाशी जिलों में एक भी नया कोरोना संक्रमित नहीं मिला। जबकि पांच जिलों में सिर्फ एक-एक नया मरीज मिला है। देहरादून में सर्वाधिक छह मरीज मिले जबकि अन्य किसी भी जिले में दस से अधिक मरीज नहीं मिले हैं। रविवार को कुल 18 हजार से अधिक सैंपलों की जांच हुई जबकि 17 हजार के करीब मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 5.72 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 95.90 प्रतिशत रह गई है। रविवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। लेकिन, सरकार की ओर से कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। घर से बिना मास्क घुमने वाले लोगों के चालान काटे जा रहे हैं।