प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नैनी थाना क्षेत्र के चक रघुनाथ में मंगलवार शाम घर के अंदर घुसकर युवक को गोली मारे जाने के सनसनीखेज मामले का पुलिस और क्राइम ब्रांच ने ढाई घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया है. घटना में घायल युवक आजमगढ़ में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर सभाजीत सिंह का बेटा है, जिसे उसकी ही सगी छोटी बहन ने 3 गोलियां मारी थीं. 15 साल की नाबालिग लड़की ने वारदात के बाद पिता से फोन पर बात कर लूट का ड्रामा भी रचा था.
17 वर्षीय भाई से नोक-झोंक के बाद बहन ने भाई को पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी. गोली मारने के बाद लड़की ने बाहर से आए हमलावरों के गोली मारने और लूटपाट की कहानी पुलिस को बताई. लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस और क्राइम ब्रांच को परिजनों की बातों में कई झोल नजर आ रहा था. जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से बात की तो लड़की ने भाई को गोली मारने की बात कबूल कर ली. वहीं लड़की आजमगढ़ में तैनात पिता के वापस आने पर ही घटना क्रम बताने की बात कही है.
बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इस पूरे घटनाक्रम के पीछे असल कहानी क्या है? घटना को लेकर लोगों में तरह-तरह के कयास भी लगाये जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम तक पुलिस प्रेस कांफ्रेन्स कर सस्पेंस से पर्दा उठा सकती है.
गौरतलब है कि आजमगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर सभाजीत सिंह की पत्नी सुभद्रा देवी अपनी बेटी और बेटे के साथ नैनी के चक रघुनाथ इलाके में रहती हैं. घायल 17 साल का बेटा जीआईसी में 11वीं का छात्र है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी नाबालिग बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है.