यूपी : रिटायर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ्तारी के दौरान जमकर हंगामा हुआ। अमिताभ ठाकुर को गिररफ्तार कर वाहन में बैठाने के लिए पुलिस वालों को मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान अमिताभ ठाकुर ने दारोगा को थप्पड़ भी मार दिया। किसी तरह उन्हें गाड़ी में बैठाकर थाने लाया गया। पूरे घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
बसपा सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने वाली युवती ने अमिताभ ठाकुर पर भी कई आरोप लगाए थे। जांच के लिए बनी एसआईटी ने अमिताभ ठाकुर पर पीड़िता को आत्मदाह के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था, इसी मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके घर पहुंची थी।
#UttarPradesh: पूर्व आईपीएस #AmitabhThakur को #Lucknow में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के लिए पहुंची टीम को उन्हें गाड़ी में बैठाने में मशक्कत करनी पड़ी। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। pic.twitter.com/ZCmxo80pau
— Hindustan (@Live_Hindustan) August 27, 2021
पुलिस ने उनसे हजरतगंज थाने चलने को कहा तो अमिताभ ठाकुर ने एफआईआर की कापी मांगी। पुलिस कोई कागज नहीं दिखा सकी तो अमिताभ ने जाने से इनकार कर दिया। इस पर पहले पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। लेकिन अमिताभ नहीं मानें तो जोर जबरदस्ती शुरू कर हो गई। एक साथ तीन पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और जबरिया गाड़ी में भरने की कोशिश शुरू की। उन्हें कभी गोद में उठाकर तो कभी पैर पकड़कर गाड़ी में भरने की कोशिश की गई।
जब तीन पुलिसकर्मी उन्हें गाड़ी में नहीं डाल सके तो दो और पुलिसकर्मी पहुंचे। कभी उनका पैर पकड़कर गाड़ी में डाला जाता तो कभी कमर पकड़कर गाड़ी में धकेलने की कोशिश होती। जब भी पुलिस उन्हें अंदर डालने की कोशिश करती वह गाड़ी की छत पकड़ लेते। इस दौरान लगातार नहीं जाऊंगा, ऐसे नहीं जाऊंगा भी चिल्लाते रहे।
उनके साथ मौजूद परिवार के सदस्य और पत्नी ने ने इस तरह से जबरिया उठाने का विरोध भी किया। लेकिन किसी की एक नहीं चली। कुछ औऱ पुलिस वालों की मदद से काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें गाड़ी में भरा गया और हजरतगंज थाने लाया गया।
उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने कहा कि अयोध्या और गोरखपुर यात्रा निकट आते ही पहले अमिताभ ठाकुर को नजरबंद कर दिया गया। फिर उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस घर पहुंच गई। पुलिस से गिरफ्तारी का कारण पूछा गया तो बताया भी नहीं गया। पुलिस बिना कारण बताए और एफआईआर की कापी दिखाए ही जबरिया उन्हें उठा ले गई है। एक पूर्व अधिकारी के साथ दिनदहाड़े इस तरह का व्यवहार कभी नहीं किया गया। उनके साथ कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।