उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड को लेकर सियासत और हंगामा जारी है. कई विपक्षी पार्टियां मामले में उत्तर प्रदेश की सरकार और यूपी पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठा रही हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बाद आज तृणमूल (टीएमसी) के नेताओं ने कथिततौर पर गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता के गांव पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें गांव के बाहर ही रोक दिया. इस दौरान धक्का-मुक्की में टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन गिर पड़े. वहीं, तृणमूल की नेता ममता ठाकुर ने पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया है.
ममता ठाकुर ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज खींचे और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया, वे नीचे गिर गईं. फीमेल पुलिस के होते हुए मेल पुलिस ने हमारी सांसद को छुआ. यह शर्म की बात है.
https://twitter.com/ANI/status/1311927975344893952?s=19
तृणमूल सांसदों का यह समूह 200 किमी दूर दिल्ली से आया था. इनमें डेरेक ओ’ब्रायन, काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मोंडल और (पूर्व सांसद) ममता ठाकुर हैं. रोके गए सांसदों में से एक सांसद ने कहा, ‘हम शांति से हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं पीड़ित परिवार से मिलकर अपनी सांत्वना देने जा रहे हैं. हम अलग-अलग यात्रा कर रहे हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. हमने कोई हथियार नहीं लिए हैं. हमें रोका क्यों गया है?’