वज्रपात से दो दिन में 8 लोगों की मौत, बारिश के अलर्ट के बीच यहां जारी है कुदरत का कहर



कैमूर। बारिश के मौसम विभाग में बिहार में कुदरत का कहर भी लगातार जारी है। मौसम विभाग ने पूरे बिहार में ठनका और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। अकेले कैमूर जिले में दो दिनों में आठ लोगों की मौत ठनका (आकाशीय बिजली) गिरने से हो चुकी है। सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी ठनका लोगों पर कहर बनकर गिरा, जिसमें जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो सगी बहनों सहित चार लोगो की मौत हो गई।

पुलिस ने सभी शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेजा। ठनका गिरने से हुई मौत के बाद सभी के गांवो में मातम छाया हुआ है। जानकारी के मुताबिक आकाशीय बिजली गिनरे की ये घटनाएं चांद, चैनपुर और कुदरा थाना क्षेत्र की बताई जा रही हैं। पहली घटना जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव की है जहां मंगलवार की शाम दो सगी बहनें मजदूरों के लिए भोजन लेकर खेत पर गई हुई थी। वहां से आने के क्रम में बिन बारिश धूप छाया के मौसम में आकाशीय बिजली गिरी जिससे दोनों बहने आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई, जहा दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

दूसरी घटना चांद थाना क्षेत्र के गोई गांव निवासी बल्ली बिंद के 28 वर्षीय पत्नी रमीता देवी बताई गई है, जो गांव से उत्तर खेत में धान की रोपनी कर रही थी तभी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। तीसरी घटना चैनपुर थाना क्षेत्र की है जहां हाटा गांव निवासी महादेव शाह के पुत्र अरुण केसरी अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए करकटगढ जलप्रपात गये था तभी हल्की बारिश में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। कानूनी प्रक्रिया पूरी कराने के बाद शव को लेकर परिवार के लोग सदर अस्पताल भभुआ पहुंचे, जहां बारी-बारी से सभी शव का पोस्टमार्टम किया गया।

दरअसल आकाशीय बिजली से मौत के मामले में राज्य सरकार द्वारा आपदा राहत कोष से चार लाख मुआवजा देने का प्रावधान है। मौसम विभाग ने सोमवार की सुबह ही बिहार के 20 जिलों को अलर्ट किया था, जिसमें बताया गया था कि 10 -12 जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है जबकि आठ 10 जिलों में हल्की बारिश होगी लेकिन मौसम विभाग के इस सतर्कता के बाद भी कैमूर जिले में चार लोगों की आकाशीय बिजली लगने से मौत हो गई।