Modi Cabinet 3.0 , Modi 3.0 Cabinet, Cabinet Minister, State Minister Independent Benefit : कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर होते हैं जो सरकारी कार्यक्रमों के प्रभावी और सुगम संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।मोदी सरकार द्वारा कबीनेटका गठन करने सहित कई लोगों को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है, आइये जानते हैं कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री में अंतर
कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के बीच अंतर:
- Modi Cabinet 3.0 : पद की स्थिति:
- कैबिनेट मंत्री सबसे उच्च स्तर के मंत्री होते हैं जो केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों में शामिल होते हैं। उन्हें मंत्रिमंडल की कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाता है।
- राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार उन मंत्रियों को कहा जाता है जो केंद्र सरकार के किसी खास विभाग या मंत्रालय के सहायक मंत्री होते हैं, और उनका काम विशिष्ट विभाग के कामों में मदद करना होता है।
- अनुभव:
- कैबिनेट मंत्री अक्सर अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं और अधिक अनुभवी होते हैं। उन्हें विशेष दायित्व और जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
- राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अक्सर नई या कम अनुभवी होते हैं और उन्हें मंत्री बनाया जाता है ताकि वे अपने क्षेत्र में अनुभव प्राप्त कर सकें।
- Modi Cabinet 3.0 : फंड्स और अनुदान:Modi 3.0 Cabinetफंड्स और अनुदान:
- कैबिनेट मंत्री के पास विभाग के बजट और अनुदान का अधिकार होता है और उन्हें विभाग के सम्पूर्ण कामों के लिए जिम्मेदारी दी जाती है।
- राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के पास अपने खुद के विभाग के लिए कम अनुदान और संसाधन होते हैं। उनका काम अधिकतर मंत्री की सहायता में किया जाता है।
- Modi Cabinet 3.0 : पारिश्रमिक और भत्ता:
- कैबिनेट मंत्री को मंडल ने निर्धारित सैलरी, भत्ता और अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं।
- राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के पास भी सरकारी वित्त और अनुदान होता है, लेकिन उनकी सैलरी और भत्ते मंत्री की संदर्भ में कम होती हैं।
- Modi Cabinet 3.0 : जिम्मेदारियां:
कैबिनेट मंत्री के पास अधिक जिम्मेदारियां होती हैं और उन्हें सरकार के निर्णयों और प्रणालियों के संचालन में मदद करना पड़ता है
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के पास अधिकतर अपने विभाग की सहायता और अनुषंगिक कार्यों का संचालन करना होता है।