युवाओं के धैर्य की कितनी परीक्षा लेगी सरकार…? युवाओं को लेकर प्रदेश सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है : कौशिक

रायपुर : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के पहले युवाओं व प्रदेश में हर वर्ग से जो वादे किए थे। सत्ता प्राप्ति के बाद इस सरकार ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है l प्रदेश के युवाओं में भारी आक्रोश है।सत्ता में आने के पूर्व कांग्रेस ने घोषणा की थी कि बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जावेगा साथ ही युवाओं को नौकरी के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे l

विडंबना यह है कि भाजपा सरकार में जो नौकरियां निकली थी उन नौकरियों के लिए जो परीक्षाएं आयोजित की गई थी उन्हें भी रद्द कर दिया गया।वहीं 14500 से अधिक शिक्षकों की नौकरी के लिए जो विज्ञापन सरकार ने फरवरी 2019 में जारी किया था। परीक्षा होने के पश्चात जो पात्र और अपात्र हितग्राही हैं।

उनके दस्तावेजों का परीक्षण संभाग स्तर पर किया गया, परीक्षण में उन्हें लगातार परेशान किया गया। साथ ही बार-बार बुलाया गया। वहीं साथ ही साथ परीक्षण के पश्चात उन्हें नियुक्ति आदेश नहीं दिया गया ,परिणाम स्वरूप युवाओं में भारी आक्रोश है । नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कोरोना काल के इस महामारी में भी युवाओं ने बड़ा जबरदस्त प्रदर्शन किया।

जिसमें युवाओं के द्वारा उग्र होने की संभावना भी बन गई थी l विपक्ष के द्वारा लगातार इस पर प्रहार करने से सरकार को आखिर विवश होना पड़ा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शीघ्र नियुक्ति आदेश जारी करने का आश्वासन दिया, किंतु यह कैसा मजाक युवाओं के साथ किया गया।जिनके दस्तावेजों की जांच की जा चुकी थी l उनकी जांच अब वापस की जा रही है कितने धैर्य की परीक्षा सरकार के द्वारा युवाओं की ली जावेगी l

यही नहीं अब जो युवा प्रदेश के सभी जिलों के लिए चयनित हुए हैं, उन्हें पूरे 28 जिलों में जाकर अपने दस्तावेजों का परीक्षण कराना होगा, साथ ही शिक्षा व आदिम जाति विभाग के भी शिक्षकों को अलग-अलग परीक्षण , युवाओं को परेशान करना यह सिद्ध करता है कि इस सरकार की मंशा युवाओं को नौकरी देने की नहीं है l पहले जब दस्तावेजों का परीक्षण हुआ था तो 3 गुना प्रतिभागियों को कुल पदों के आधार पर दस्तावेजों के परीक्षण के लिए बुलाया गया था,

तो क्या पूर्व में जिन अधिकारियों ने दस्तावेजों का परीक्षण किया था , वह गलत है यदि गलत है, तो उन पर सरकार कार्रवाई करे और यदि सही हैं तो जिन्होंने इस प्रकार अभी युवाओं को परेशान करने के लिए यह प्रक्रिया अपनाई है, उन पर कार्रवाई कर युवाओं के साथ खिलवाड़ बंद करें l साथ ही साथ जो दिव्यांगों के लिए जो आरक्षण दिया गया है उसमें भी शिकायतें आ रही है कि सही आरक्षण नहीं दिया गया है और आरक्षण के नियमों के पालन को लेकर भी अनेक शिकायतें आ रही हैं l

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि सरकार जिस प्रकार से कार्य कर रही है उससे यह स्पष्ट है कि यह सरकार दस्तावेजों के परीक्षण के नाम पर युवाओं को परेशान करते रहेगी और आने वाले आगामी जुलाई तक नियुक्ति आदेश नही देगी l युवाओं के साथ अगर यह सौतेला व्यवहार करेंगे तो यह प्रदेश के होनहार युवा इस सरकार को सबक सिखाने में पीछे नहीं रहेंगे।