हाथरस मामले में परिजनों से हाल चाल पूंछने पहुंचे राहुल गांधी…पुलिस ने की लाठी चार्ज

फटाफट डेस्क : हाथरस में हुई घटना के मामले को लेकर आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस पहुंचे। वे मनीषा के परिजनों से मिलकर उनका हाल चाल पूंछना चाहते थे, लेकिन उन्हें मृतिका के मां बाप से नहीं मिलने दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेताओं और यूपी पुलिस में टकराव की स्थिति बन गई है.बात यहां तक आ पहुंची की पुलिस वालों को लाठी चार्ज करनी पड़ी। पैदल मार्च करते हुए हाथरस की ओर जा रहे राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को पुलिस ने रोक लिया. इस बीच राहुल गाँधी को रोकने के लिए पुलिस ने कोशिश की जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं और राहुल गाँधी से पुलिस की धक्का मुक्की हुई, इसी धक्का मुक्की में राहुल गाँधी को पुलिस का धक्का लगा और वह ज़मीन पर गिर गए।

इसके बाद पुलिस ने राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को हिरासत में ले लिया. इससे कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए. और उस जीप पर चढ़ गए जिस में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी बैठे हुए थे. इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज कर दिया गया. 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने के बाद यूपी पुलिस ने राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने ये बताने से इंकार कर दिया कि राहुल और प्रियंका को जीप में बैठाकर कहाँ ले गए हैं. यूपी पुलिस का कहना है कि वह आदेश के मुताबिक काम कर रहे हैं. वहीं, राहुल गाँधी का कहना है कि आखिर उन्हें क्यों नहीं जाने दे रहे हैं. वह अकेले जाने को तैयार हैं, फिर भी नहीं जाने दिया गया आखिर यूपी पुलिस और सरकार को किस बात का डर है, उन्होंने यह भी कहा कि वे आदेश के मुताबिक काम कर रहे है, ये बात बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है।क्या सच में ऐसी कोई बात है जिसे यूपी पुलिस नहीं चाहती है कि सच्चाई का किसी को पता चल पाए, पुलिस के ऐसा करने से मामला और भी जटिल हो गया है, कुछ तो गलत हुआ है मनीषा और उसके परिवार वालों के साथ जिसकी वजह से पुलिस वाले नहीं चाहते कि कोई उनकी कमियों का पता लगा सके

 वहीं कांग्रेस नेताओं में इस बात को लेकर बहुत जादा आक्रोश व्याप्त है, राणा ने देश के नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि अगर इस अताताई सरकार के बढ़ते हुए जुल्म को नहीं रोका गया तो अब देश के हर नागरिक पर जुल्म होना तय है। देश की जनता राहुल गांधी पर पड़ी एक-एक लाठी का हिसाब लेगी। वे बोले कि सरकार को स्पष्ट करना होगा कि आखिर राहुल गांधी के काफिले पर लाठी चार्ज कराने की हिमाकत किस मंशा को लेकर की गई।