निजामाबाद। देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का मामला भी सामने आने लगा है। कोरोना मरीज के शव के साथ बरती गई लापरवाही का नया मामला तेलंगाना के निजामाबाद स्थित सरकारी अस्पताल में देखने को मिला। यहां के सरकारी अस्पताल में कोरोना से हुई एक मरीज की मौत के बाद उसे ऑटो रिक्शा में रखकर शमशान तक ले जाया गया। यहां पर हैरान करने वाली ये है कि इस दौरान ऑटो रिक्शा में कोई भी अस्पताल का कर्मचारी मौजूद नहीं था जो अपनी निगरानी में शव का अंतिम संस्कार करवाता।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक निजामाबाद स्थित सरकारी अस्पताल के प्रबंधन ने बिना किसी एंबुलेंस के ही कोरोना मरीज के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया। अस्पताल की लापरवाही सामने आने के बाद निजमाबाद सरकारी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. नागेश्वर राव ने कहा कि मृतक का रिश्तेदार अस्पताल में काम करता है। उसी के आग्रह पर शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि मृतक के रिश्तेदारों ने अस्पताल में मुर्दाघर में काम करने वाले एक व्यक्ति की मदद से शव को ऑटो रिक्शा में रखा और वहां से लेकर चले गए।
डॉ. राव ने बताया कि 50 साल के एक मरीज को 27 जून तक निजामाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में मारीज की रिपोर्ट कोरोन पॉजिटिव आई. इलाज के दौराना शनिवार को उसकी मौत हो गई। डॉ. राव के मुताबिक मरीज के परिजनों से एंबुलेंस की प्रतीक्षा करने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने ऑटो रिक्शा बुलाया और शव को लेकर चले गए।