नई दिल्ली। देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे संक्रमण की स्थिति पर नजर रखें। नए वैरिएंट की वजह से जो मामले सामने आ रहे हैं, उनकी निगरानी प्रक्रिया को और चुस्त-दुरुस्त करें।
मंडाविया ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता पर भी निगाह रखें। उनमें किसी तरह की कमी न आने दें। हालांकि उन्होंने कोरोना-ओमिक्रॉन के एक्सई वैरिएंट के कारण किसी तरह से चिंतित होने की जरूरत अभी नहीं मानी है। लेकिन सावधानी बरतने के लिए जरूर चेताया है। उनके मुताबिक अभी दुनिया से कोरोना महामारी गई नहीं है। इसलिए सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने, आपस की दूरी बरतने जैसे ऐहतियाती कदम सभी को उठाते रहने चाहिए।
गौरतलब है कि अभी 12 अप्रैल को देश में कोरोना के 796 नए मामले दर्ज किए गए थे। इन मामलों में बढ़ोत्तरी का सिलसिला एक हफ्ते से जारी है। गुजरात, मुंबई समेत कुछ राज्यों में एक्सई वैरिएंट के मामले सामने आने की भी खबरें आई हैं। केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा और मिजोरम में नए मामलों में सबसे अधिक बढ़त देखी जा रही है। इसलिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
उधर, भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में मीडिया प्रतिनिधियों से मंडाविया ने कहा कि देश में 12 साल से कम के बच्चों को कब से टीका लगेगा, यह विशेषज्ञ तय करेंगे। रही बात कोरोना टीके की तो इसकी कीमतें अभी और नीचे आ सकती हैं क्योंकि जल्दी की अधिक संख्या में कंपनियां अपने-अपने टीकों की प्रतिस्पर्धी कीमतों के साथ सामने आएंगी।