क्राइम ब्रांच ने स्क्रीन रिक\र्डर एप के जरिए लोगों के अश्लील वीडियो बनाकर रुपये वसूलने (सेक्सटार्शन) वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। गिरोह ने अभी तक करीब 200 लोगों से एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। फिलहाल गिरोह के दो सदस्य अभी फरार चल रहे हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि एसीपी रिछपाल सिंह की टीम ने 15 जुलाई को नूंह से आरोपी नखरुद्दीन को गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच को सूचना मिल रही थी कि कोई गिरोह लगातार सेक्सटार्शन के धंधे में लिप्त है और ब्लैकमेल होने वाले लोग इसकी शिकायत भी नहीं कर रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में नखरुद्दीन ने बताया कि वे टिंडर, इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर आदि सोशल नेटवर्किंग एप से अपने सम्भावित शिकार को ढूंढ़ते थे। दोस्ती करने के बाद वीडियो काल कर फँसाते थे। इसके अलावा वे बल्क में मोबाइल नम्बर खरीदकर भी लड़की की आवाज में बात करते थे। पहले वे लड़कियों की अश्लील फोटो और वीडियो भेजते थे और इसके बाद फोन पर बात करते थे। फिर भरोसे में लेने के बाद शिकार को व्हाट्स एप वीडियो काल के जरिए बात करने के लिए कहते थे। गिरोह के सदस्य विशेष प्रकार का वीडियो चलाता था जिसे देखकर सामने वाला शख्श भी अपने कपड़े उतार देता जिसे स्क्रीन एप रिकार्डर से रिकार्ड कर ब्लैकमेल करने में इस्तेमाल किया जाता था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले ओएलक्स के जरिए लोगों से ठगी करते थे। इसमें वे खरीदार या विक्रेता बनकर अपने संभावित शिकार से सम्पर्क करते थे। लेकिन बाद में इस तरह से ठगी करने लगे। इसमें कोई भी शख्श पुलिस के पास नहीं जाता था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नखरुद्दीन सातवीं तक पढ़ाई करने के बाद ट्रैक्टर मकैनिक का काम करने लगा। बाद में उसकी मुलाकात मुनफेद और समयदीन से हुई जिसके साथ ठगी का गिरोह बना लिया। यह सेक्सटार्शन का रैकेट दिल्ली एनसीआर के अलावा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और यूपी में फैला हुआ था। पुलिस को नखरुद्दीन के पास मिले बैंक खातों से फिलहाल दो सौ लोगो से ठगीकी बात सामने आई है। दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।