नई दिल्ली: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में रिश्तों को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है. दो नाबालिग बच्चियों ने अपने चाचा और ताऊ पर छेड़छाड़, यौन शोषण जैसे संगीन इल्जाम लगाए हैं.
दोनों नाबालिग बच्चियों के माता-पिता की मौतके बाद दोनों मासूम अपने भाइयों के साथ चाचा और ताऊ के पास रह रही थीं. दोनों बच्चियों ने चाचा और ताऊ के अत्याचार से तंग आकर जैसे तैसे अपनी जान बचाकर अपनी मौसी को आपबीती सुनाई. इस पर पुलिस कमिश्नर और महिला आयोग को मामले की शिकायत दी गई.
महिला आयोग ने तुरंत कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. इसके बाद आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो और अन्य धाराओं में मामला दर्ज हो गया है. इस बीच आरोपी फरार हो गए हैं.
मासूमों के आरोप के मुताबिक चाचा और ताऊ उन पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे. वे अश्लील हरकतें करते थे और मारपीट करते थे. एक पीड़िता के मुताबिक कई साल पहले उसके पिता की हत्या हो गई थी और इस मामले में मां को जेल हो गई थी. इसके बाद यह पांच बच्चे अपने ताऊ और चाचा के पास रहने लगे थे. जमानत पर जेल से बाहर आई मां को बच्चों से नहीं मिलने दिया जाता था जिसके आहत होकर मां ने खुदकुशी कर ली थी. आरोपों के मुताबिक मां के खुदकुशी करने के बाद बच्चियों पर अत्याचार बढ़ने लगे.
मौसी जब पीड़ित बच्चियों को लेकर फरीदाबाद के महिला थाने में शिकायत लेकर पहुंची तो पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. मौसी के मुताबिक जब से बच्चियां चाचा और ताऊ के घर से आई हैं उसके बाद से उसे लगातार धमकी मिल रही हैं और दवाब बनाया जा रहा है कि समझौता कर लो. मौसी का कहना है कि ऐसे दरिंदों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.