मेरठ। स्कूल में एक डांस टीचर को कोरोना काल में लंबे समय तक सैलरी नहीं मिली तो उसने सुसाइड जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया। यह घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ की है।
कोरोना काल में एक तरफ जहां अभिभावक फीस को लेकर परेशान हैं तो वहीं टीचर्स को सैलरी न मिलना भी अब जानलेवा साबित होता जा रहा है।
मेरठ में एक टीचर के परिजनों का आरोप है कि उन्हें कई महीनों से सैलरी नहीं मिल पा रही थी लिहाजा वो मानसिक तनाव में थे और उस ने आत्महत्या कर ली। वहीं, एक अन्य टीचर ने भी कई महीने उन्हें सैलरी न मिलने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कोरोनाकाल में बिना सैलरी के वो जिंदगी की ये जंग कब तक लड़ते रहेंगे।
मेरठ के एक प्राइवेट स्कूल में डांस टीचर आशीष ठाकुर (29) ने खुदकुशी कर ली। परिजनों से पूछताछ में सामने आया कि स्कूल से सैलरी न मिलने की वजह से वह बहुत चिड़चिड़े और परेशान थे जिस वजह से आशीष ठाकुर ने यह कदम उठाया है।
इस बारे में जब मेरठ के ज़िलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने इस संबंध में जांच कराने की बात कही है। डीएम अनिल ढींगरा का कहना है कि स्कूल वालों के साथ वो बैठक करेंगे। टीचर्स एसोसिएशन और पैरेंट्स के साथ भी बैठक की जाएगी और समस्या का हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि बीएसए को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी गई है।