भारतीय दवा नियामक इस हफ्ते एक और कोविड रोधी वैक्सीन को अनुमति दे सकते हैं। यह वैक्सीन बच्चों के लिए होगी। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच इस वैक्सीन की भूमिका बहुत अहम है। बताया गया कि जाइडस कैडिला की 12 साल से अधिक बच्चों के लिए बनाई गई वैक्सीन Zycov-d पर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (SEC) डेटा का विश्लेषण करेगा। अधिकारियों ने कहा कि इस टीके का ट्रायल वयस्कों के साथ-साथ 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों पर किया गया है। अगर SEC पेश किए गए आंकड़ों और दस्तावेजों से संतुष्ट है, तो वैक्सीन को जल्द ही आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी जाएगी। इस मंजूरी से स्कूलों के खुलने में तेजी आ सकती है। हालांकि वैक्सीन की सप्लाई चिंता का प्रमुख विषय है।
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने कहा, ‘कंपनी द्वारा प्रस्तुत आवेदन का शुरुआती मूल्यांकन चल रहा है और हमने इसे आगे के विचार के लिए SEC को भेज दिया है। जल्द ही SEC की बैठक होगी। कंपनी के प्रतिनिधियों को भी प्रजेंटेशन देने के लिए कहा जाएगा। अगर SEC को कंपनी द्वारा पेश किए गए फेज 3 के आंकड़े संतोषजनक लगते हैं, तो वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी इसी हफ्ते दी जा सकती है।
कब तक शुरू होगी सप्लाई.?
अधिकारी ने कहा कि एक बार मंजूरी मिलने के बाद अगस्त-सितंबर तक वैक्सीन की आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है। अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो ZyCov-D भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ पांचवां टीका होगा। फिलहाल कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V को टीकाकरण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं सिप्ला को मॉडर्ना की कोविड रोधी वैक्सीन की अनुमति मिल गई है लेकिन वह अभी देश में उपलब्ध नहीं है।
हाल ही में नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने जाइडस की वैक्सीन से जुड़े एक सवाल पर कहा था कि-कंपनी ने तीसरे चरण के परीक्षण के परिणाम पिछले सप्ताह DCGI को जमा किये हैं और वैज्ञानिक साक्ष्यों की पड़ताल की जा रही है। पॉल ने बताया कि इस परीक्षण में बच्चों को भी शामिल किया गया और उम्मीद है कि वैज्ञानिक प्रक्रिया से इन सभी आंकड़ों का मूल्यांकन होने के बाद सिफारिशों का पालन किया जाएगा।