नई दिल्ली. ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामले सामने आने के बाद से कई दूसरे देश उससे हवाई संपर्क फिलहाल के लिए तोड़ रहे हैं. कई देशों ने ब्रिटेन आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. भारत ने भी ब्रिटेन आने-जाने वाली उड़ानों को रोक दिया है. माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का ये नया प्रकार यानी स्ट्रेन पुराने कोरोना वायरस से भी ज्यादा तेजी से फैलता है.
ब्रिटेन से बाहर भी फैला नया स्ट्रेन
कोरोना वायरस का यह नया स्ट्रेन ब्रिटेन में आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है, जिसकी वजह से यह एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है. कोरोना का नया स्ट्रेन न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि इटली, नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी फैल गया है. पूरी दुनिया इससे बचने के लिए एहतियातन कदम उठा रही है. भारत भी इस दिशा में काम कर रहा है.
ब्रिटेन से आए लोगों को किया जा रहा ट्रेस
भारत में हाल ही में ब्रिटेन से आए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है ताकि उनका टेस्ट कराया जा सके और यह पता लगया जा सके कि कहीं वह कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन से तो संक्रमित नहीं है या उनके जरिए कोरोना का यह नया स्ट्रेन भारत में तो नहीं घुस आया है. इसी दिशा में काम करते हुए भारत के कुछ राज्यों में ब्रिटेन से आए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
दिल्ली में 11 यात्री मिले संक्रमित
ब्रिटेन आने-जाने वाली उड़ानों उड़ानों पर प्रतिबंध के बाद दिल्ली एयपोर्ट पर 984 यात्रियों की जांच हुई, जिनमें से कुल 11 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले. पाजिटिव मिले यात्रियों को अस्पताल भेजा गया है. वहीं, संक्रमित मिले यात्रियों के आस-पास बैठे 50 यात्रियों को सरकारी क्वारंटाइन में रखा गया है. हालांकि, इनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
अमृतसर में 8 पॉजिटिव मिले
लंदन (ब्रिटेन) से अमृतसर आए 242 यात्रियों में से 8 का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है. सभी पॉजिटिव पाए गए मरीजों को अमृतसर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनके जांच नमूनों को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाजी भेजा जाना है. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने पूरे पंजाब में टीमें बनाकर कांटेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
ब्रिटेन से इंदौर आए 163 लोग
25 नवंबर के बाद ब्रिटेन से 163 लोग इंदौर आए है. फिलहाल, सभी लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है. इनकी आरटीपीसीआर जांच के लिए दो सैंपलिंग टीमों का गठन भी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों का कोविड गाइडलाइन के तहत स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज किया जाएगा, जबकि नेगेटिव आने पर 10 दिन तक होम क्वारंटाइन रहना होगा.