नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, सीएम रावत को मुख्यमंत्री के पद से हटाने की अटकलें तेज हो गई हैं। उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की खबरों के बीच सीएम रावत आज दिल्ली आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि हाईकमान के बुलावे पर वो दिल्ली आ रहे हैं। सीएम रावत के अलावा उत्तराखंड के कई बड़े नेताओं को भी दिल्ली तलब किया गया है। कुछ विधायक और मंत्री पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। वहीं, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी दिल्ली पहुंचने वाले हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली अहम बैठक में उत्तराखंड के नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चा की जाएगी। दरअसल, उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। यही वजह है कि उत्तराखंड के तमाम नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है।
“मुझे जानकारी नहीं”
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से साफ मना कर दिया। त्रिवेंद्र ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, “मुझे नहीं पता खबरों में क्या चल रहा है। हालांकि, मैंने केंद्रीय नेतृ्त्व से मिलने के लिए समय मांगा है। उनके बुलाने पर मैं मिलने जाऊंगा।”
Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat leaves from Dehradun for New Delhi.
— ANI (@ANI) March 8, 2021
"He will meet Central BJP leaders in Delhi," according to the chief minister's office.
(file photo) pic.twitter.com/3Vj1jmbFKZ
सीएम की रेस में हैं तीन नाम
वहीं, उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की रेस में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और मंत्री सतपाल महाराज का नाम आगे चल रहा है। तीनों में से किसी एक नेता के नाम पर बीजेपी राज्य में अगला विधानसभा चुनाव लड़ सकती है। कहा जा रहा है कि सतपाल महाराज ने इस सिलसिले में संघ के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की थी। संघ भी सतपाल महाराज के नाम को लेकर सकारात्मक है।
त्रिवेंद्र रावत से कई विधायक नाराज- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, सीएम त्रिवेंद्र से कई विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। कई विधायकों ने उनका खुला विरोध भी किया है। कुछ विधायकों का तो यहा तक कहना है कि अगर त्रिवेंद्र रावत के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा गया तो राज्य में बीजेपी की सरकार बनना मुश्किल है।