नई दिल्ली. बाढ़ और बारिश के बाद दिल्लीवालों को सब्जियों के दाम ने रुलाना बंद नहीं किया है. दिल्ली के खुदरा बाजारों में अभी भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. 20 दिन पहले तक जो सब्जियां जिस रेट में एक किलो मिल जाया करती थीं, अब उसी रेट में 250 ग्राम भी नहीं मिल रही हैं. हालांकि, पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते टमाटर के रेट में कमी जरूर आई है. दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई राज्यों में टमाटर अब और रियायती दरों पर मिलने शुरू हो गए हैं. बीते गुरुवार से ही सरकारी केंद्रों पर टमाटर की कीमत 80 रुपये से घट कर 70 रुपये हो गई है. लेकिन, इस बीच कई अन्य सब्जियों के दाम पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है. टमाटर अभी भी फुटकर बाजार में 200 से ज्यादा रुपये में बिक रहा है. वहीं, बीम्स, शिमला मिर्च, फूल गोभी, भिंडी, अदरक, करेला और अन्य कई सब्जियों के दाम में बढोतरी जारी है.
बीते बुधवार से ही दिल्ली में 25 से अधिक स्थानों पर आउटलेट और मोबाइल बैन के जरिए रियायती दरों पर टमाटर बेचे जा रहे हैं. दिल्ली के सरता विहार, द्वारका, रोहिणी, मयूर विहार, सिविल लाइन, साकेत, लक्ष्मी नगर, कीर्ति नगर, तिमारपुर सहित अन्य जगहों पर टमाटर बेचे जा रहे हैं. वहीं, फुटकर बाजार में टमाटर अभी भी 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सफल स्टोर पर भी इसकी कीमत 149 रुपये प्रति किलो है.
अन्य सब्जियों के दाम
अगर अन्य सब्जियों की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में एक सप्ताह पहले फूलगोभी 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, लेकिन अब इसका दाम 60 रुपये तक पहुंच गया है. इसी तरह हरा मटर पहले 110 रुपये थोक में व्यापारियों को मिल रहा था. अब बाजार में इसे 140-150 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है. एक सप्ताह पहले बैंगन का दाम 25 से 30 रुपये किलो था, जो अब 40 रुपये हो गया है. भिडी के दाम में भी 10 रुपये किलो की बढ़ोतरी हुई है. करेला के दाम भी 60 रुपये तक पहुंच गया है. 25 रुपये किलो बिकने वाले घीया अब 60 रुपये मिल रहा है. शिमला मिर्च का दाम भी अब 80 रुपये से बढ़कर 100 रुपये तक पहुंच गया है. रामातोरी, मूली सहित अन्य सब्जियों के दाम भी 60 रुपये से ऊपर हो चुका है.
सब्जियों के दाम में कब आएगी कमी
केंद्र सरकार की ओर से अब सहकारी संस्था जैसे भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) इसे बेच रहे हैं. बीते गुरुवार को ही सरकार ने टमाटर की रेट 80 रुपये प्रति किलो से कम करके 70 रुपये प्रति किलो कर दिया है.
सब्जियों के दाम क्यों कम नहीं हो रहे हैं?
देश के कई राज्यों में बाढ़, बारिश और जलमाव के कारण सब्जी उत्पादन कम हो गया है. खासकर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से सब्जियां और दिल्ली-एनसीआर की सब्जी मंडियों में नहीं पहुंच रही हैं. इससे सब्जियों के दाम में उछाल आया है. मटर, गोभी, मूली व टमाटर सहित कई सब्जियों की कीमत में पिछले सप्ताह के मुकाबले काफी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे अनुमान लगाया जा रहा है कि अगस्त के पहले सप्ताह से सब्जियों के दाम में कमी आएगी.