पीएम नरेन्द्र मोदी आज रात पंहुचेगे वाराणसी : कई कार्यक्रमो में लेंगे हिस्सा

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार की रात वाराणसी पंहुंचेंगे। जंहा पंहुच कर प्रधानमंत्री डीरेका के आफिसर्स गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। जिसबे बाद अगले दिन सोमवार की सुबह डीरेका से हेलीकाप्टर से बीएचयू जाएंगे। यहां से वह सड़क मार्ग से सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर जाएंगे। सुरक्षा के कारण से शनिवार देर रात प्रधानमंत्री का कार्यक्रम संशोधित किया गया है।

इस बार प्रधानमंत्री 15 घंटे दस मिनट अपने संसदीय क्षेत्र में रहेंगे। पीएम रविवार रात दस बजकर दस मिनट पर कोलकाता से बाबतपुर पहुंचेंगे और अगले दिन दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर बाबतपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।एडीएम प्रोटोकाल के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम बाबतपुर एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से डीरेका पहुंचेंगे। यहां वे आफिसर्स गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन सुबह नौ बजकर 55 मिनट पर हेलीकाप्टर से बीएचयू हेलीपैड के लिए रवाना होंगे।

बीएचयू हेलीपैड से वह सड़क मार्ग से सीर गोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर जाएंगे। दर्शन-पूजन के उपरांत वे सड़क मार्ग से ही बीएचयू के शताब्दी दीक्षांत समारोह में शामिल होने एंफीथिएटर मैदान पहुंचेंगे। मोदी यहां पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12.40 बजे तक रहेंगे।

बीएचयू हेलीपैड से 12:55 बजे वह बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे, जहां से वह एक बजकर 20 मिनट पर दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। उधर, देर रात संशोधित प्रोटोकाल आने की चर्चाओं के बीच भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य और क्षेत्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट और काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा कर वहां सफाई और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।

ऐसी चर्चा है कि सोमवार को माघी पूर्णिमा के अवसर पर पीएम गंगा में डुबकी लगाने के साथ ही काशी विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेक सकते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार रात कमिश्नर के आदेश पर आनन-फानन में युद्धस्तर पर साफ-सफाई की गई।

पीएम बनने के बाद मोदी का यह छठा दौरा है। पिछले साल उन्होंने जापानी प्रधानमंत्री के साथ गंगा आरती में हिस्सा लिया था। काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन भी कर चुके हैं लेकिन उन्होंने अभी तक वहां गंगा स्नान नहीं किया था। सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में दो बड़े कार्यक्रमों में शामिल होना था।

अब तीसरा कार्यक्रम गंगा स्नान का जुड़ गया है। शासन के सूत्रों के अनुसार रात्रि विश्राम के पीछे गंगा स्नान ही प्रमुख वजह बताई जा रही है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में तब्दीली के बाद उनकी सुरक्षा का ब्लूप्रिंट नए तरीके से तैयार किया जा रहा है। शनिवार देर रात तक कमिश्नर की अगुवाई में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक चली।