फर्रूखाबाद
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि देश पर किसी प्रकार का संकट आने पर कांग्रेस सरकार का पूरा सहयोग करेगी और टांग खिंचाई नहीं करेगी।
लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के पहले दौरे पर आये खुर्शीद ने शनिवार देर शाम संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार की खामियों और नाकामियों की समीक्षा करना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि उन्हें जितना व्यापक समर्थन मिला है, उसके लिए उन्हें साल-छह महीने का समय देना चाहिए।
खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की बात वे ही लोग कर रहे हैं जो पार्टी में नहीं हैं और प्रियंका गांधी का कांग्रेस में सक्रिय होना अथवा नहीं होना उनका निजी फैसला है। पूर्व विदेश मंत्री ने कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस की दुर्दशा या राहुल गांधी के कथित असफल होने जैसे बयान सार्वजनिक रूप से नहीं दिये जाने चाहिए, बल्कि उसे पार्टी फोरम पर उठाया जाना चाहिए।
खुर्शीद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस शासन में जब कभी चीनी अतिक्रमण की घटना होती थी तो भाजपा की ओर से सरकार को डरपोक और न जाने क्या-क्या कहा जाता था, किन्तु प्रधानमंत्री मोदी से मिलने आये चीन के राष्ट्रपति के भारत में रहते हुए चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा पर जो ‘उत्पात’ किये उस पर भाजपा या सरकार के किसी नेता ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की।
अपने गृह निवास कायमगंज में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान खुर्शीद ने मोदी सरकार द्वारा जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट की सीबीआई जांच कराये जाने के प्रश्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पहले अपने मंत्री रामशंकर कठेरिया की मार्कशीट की जांच कराये। दूसरों पर पत्थर फेंकने से पहले अपने शीशे के मकान पर भी गौर करना चाहिए।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 125 वीं जयंती पर आयोजित समारोह में कांगेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित न किये जाने के संदर्भ में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति कांग्रेस को नेस्तनाबूत करने का संकल्प व्यक्त करे, उसके प्रति कांग्रेस की क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए यही आपके सवाल का जवाब है।