दिल्ली
जम्मू और कश्मीर के पंपोर में श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर शनिवार को सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के 48 घंटे बाद अभी भी सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। सेना के 2 कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हो गए हैं। जबकि मुठभेड़ में एक आतंकी के ढेर होने की खबर है।
सेना ने एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है, जबकि 3-4 आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। रविवार देर शाम तक कैप्टन तुषार महाजन के शहीद होने की पुष्टि हुई है, जबकि 10वीं पैराट्रूपर्स टीम के 22 वर्षीय कैप्टन पवन कुमार मुठभेड़ में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती थे जहां उनकी मृत्यु हो गई। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 3 जवान भी शहीद हुए हैं, जबकि एक नागरिक के भी मारे जाने की खबर है। 10 अन्य लोग भी घायल बताए जा रहे हैं। ईडीआई इमारत में छिपे हुए आतंकी लगातार सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे काफिले पर हमला किया गया. रात होने के कारण सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन रोक दिया था। रात किसी गोलीबारी की सूचना नहीं है। सुबह होते ही ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। बीती रात से सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है। दो से तीन आतंकी एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ईडीआई) की इमारत में छिप गए हैं।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता बवीश चौधरी ने बताया कि जम्मू और श्रीनगर हाईवे पर हमारे काफिले पर हमले के बाद आतंकी ईडीआई की इमारत की ओर भागे। आतंकियों की संख्या का पता नहीं चल पाया है। वहीं पुलिस के मुताबिक इमारत में करीब 100-120 लोग फंसे हुए थे। उन सबको सुरक्षित निकाल लिया गया है। ईडीआई के कर्मचारी अशफाक मीर ने कहा कि मैं अब सुरक्षाबलों की गाड़ी में हूं और हमें सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। सभी नागरिकों को 7 पालियों में सुरक्षित निकाल लिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईवे से सटे इलाके में ट्रैफिक रोक दिया गया है। सबसे पहले नागरिकों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। ईडीआई की बगल की इमारतों से भी लोगों को निकाला जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवानों को भी भेजा गया है।