बलरामपुर.. ( कृष्णमोहन कुमार)..विरोध कहा नही होता है..वैचारिक मतभेद होते है..मनभेद नही है..नाम वापसी की अवधि तक सबको मना लिया जाएगा..रामानुजगंज विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के विरोध में उठ रहे स्वरों पर आज बोले राम विचार नेताम..
दरसल राज्य के अंतिम पड़ाव पर स्थित रामानुजगंज विधानसभा सीट अभी कांग्रेस के पाले मे है..पर यह सीट कभी भाजपा का गढ़ हुआ करती थी..2008 से अस्तित्व में आये रामानुजगंज सीट से भाजपा के रामविचार नेताम विधायक हुआ करते थे..और 2013 में भी उन्होंने कमल निशान के साथ इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था..और वे कांग्रेस के बृहस्पत सिह से चुनाव हार गए थे..वही इस बार भी वे भाजपा के इस सीट से प्रबल दावेदार थे..पर पार्टी ने रामकिशुन सिह को इस बार चुनाव मैदान में उतार दिया..
वही विधानसभा चुनाव में इस सीट में भाजपा के द्वारा प्रत्याशी बदलने के बाद से भाजपा में बगावत के स्वर उठने लगे है..दो भाजपा के टिकट के दावेदारों विनय सिह पैकरा और तारावती सिह ने नामांकन फार्म खरीद कर सब को चौका दिया है..और निर्दलीय की राह चुन चुनाव मैदान में किश्मत आजमाने को आतुर है..
इसके अलावा आज समूचे प्रदेश समेत जिले की दो विधानसभा सीटों सामरी और रामानुजगंज के भाजपा प्रत्याशियों ने राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की मौजूदगी में रैली निकालकर अपना नामांकन फार्म जमा कर दिया है..लेकिन आज हुए भाजपा की रैली में कभी रामविचार नेताम के करीबी रहे स्थानीय नेताओं गैर मौजूदगी ने सबकुछ बया कर दिया है..इतना ही नही इस चुनाव में रामकिशुन की राह कितनी आसान होगी यह नाम वापसी के बाद ही पता चल पाएगी…