अमीषा जायसवाल, छात्रा
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, छत्तीसगढ़
जब तक हमारे जीवन में समस्या है तब तक हमें आराम है। आप बताइए हमें आराम कब मिलता है.? कब हम आराम महसूस करतें है.? कब हमें लगता है कि अब हम चैन की सांस ले सकते है.? जाहिर है तब, जब हमारे जीवन से समस्या का समाधान होता है।
हमारे जीवन का सबसे अहम हिस्सा समस्या ही है, क्योंकि समस्या से हम जितना लड़ते है हम उतना ही इस संसार में जीवन जीने का तरीका सीखते है। कई बार हमारी समस्या का समाधान हम अपनी खुदकुशी से समझते है। जबकि असल में ये समस्या का समाधान नहीं, बल्कि उस समस्या से भागना है। इसलिए जीवन कैसे जीना है ये आप तय करेंगे।
आपके जीने के साथ जाने कितनों की उम्मीद लगी होती है। एक पिता ही होता है जो ये चाहता है कि मेरे बच्चें मुझसे भी कामयाब हो। जबकि ऐसा कोई नहीं चाहता कि ये इंसान मुझसे भी ज्यादा कामयाब हो। इसलिए समस्या को अपना मित्र माने और आगे बढ़े।